समय से नहीं बनी सड़कें, अब झारखंड को वहन करना होगा 100 करोड़
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाइ) फेज-वन बंद हो गया है. भारत सरकार अब पीएमजीएसवाइ-थ्री तक पहुंच चुकी है.
रांची. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाइ) फेज-वन बंद हो गया है. भारत सरकार अब पीएमजीएसवाइ-थ्री तक पहुंच चुकी है. वर्तमान में फेज-टू और फेज-थ्री पर काम चल रहा है. फेज-वन की योजनाओं को पूरा करने के लिए जो समय सीमा तय की गयी थी, वह समाप्त हो चुकी है, इसलिए इसे बंद कर दिया गया है. जिन राज्यों में फेज-वन की योजनाएं अभी भी लंबित हैं, उन्हें अब केंद्र से कोई राशि नहीं मिलेगी. ऐसे में राज्यों को स्वयं खर्च करना होगा. झारखंड भी इसी स्थिति में फंस गया है. झारखंड में पीएमजीएसवाइ फेज-वन के तहत स्वीकृत योजनाओं में से 43 योजनाएं अभी तक पूरी नहीं हुई हैं. वहीं 123 किमी सड़क का काम बचा हुआ है. साथ ही 21 पुलों का कार्य भी पेंडिंग है. ये सभी लंबे स्पैन वाले पुल हैं. इन सड़कों और पुलों को पूरा करने में लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है. यह राशि भारत सरकार नहीं देगी. पूरा खर्च झारखंड सरकार को वहन करना होगा. राज्य सरकार को स्वयं धन लगाकर इन योजनाओं को पूर्ण करना पड़ेगा. जानकारी के अनुसार वर्ष 2000 में पूरे देश में पीएमजीएसवाइ फेज-वन की शुरुआत की गयी थी. शुरू में कुछ राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क कनेक्टिविटी बेहतर करने के लिए योजनाएं दी गयीं थीं. बाद में अन्य राज्यों को भी शामिल किया गया. झारखंड में राज्य की एजेंसी जेएसआरआरडीए के अलावा केंद्रीय एजेंसियों एनपीसीसी, एनबीसीसी, एचएससीएल और इरकॉन को कार्य सौंपा गया था.
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