देवघर के बाद अब रांची में भी खुलेगा एम्स, पीएमओ ने पत्र भेज जमीन चिह्नित करने के लिए सरकार को दिया निर्देश

पीएमओ ने रांची में एम्स खोलने की पहल की है, उन्होंने राज्य सरकार को पत्र लिखकर जमीन चिह्नित करने का आदेश दिया है. बता दें कि रांची के सांसद ने प्रधानमंत्री कार्यालय से रांची में एम्स की स्थापना करने का अनुरोध किया था.

By Prabhat Khabar | October 28, 2021 10:36 AM

Jharkhand News, AIIMS Ranchi News रांची : रांची में एम्स की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने पहल की है. राज्य सरकार को जमीन चिह्नित करने के लिए पत्र भेजा है. पत्र उद्योग विभाग को भेजा गया था. उद्योग विभाग के निदेशक जितेंद्र कुमार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को पीएमओ का पत्र संलग्न करते हुए एक पत्र भेजा है. इसमें लिखा गया है कि रांची के सांसद संजय सेठ ने प्रधानमंत्री कार्यालय से रांची में एम्स की स्थापना करने का अनुरोध किया था. पत्र के आलोक में रांची में एम्स की स्थापना को लेकर स्वास्थ्य विभाग से अपना मंतव्य देने का आग्रह किया गया है.

इधर, सांसद संजय सेठ ने कहा कि उनके आग्रह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संज्ञान लिया है. 28 जुलाई 2021 को प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान उन्होंने आग्रह किया था कि रांची में एम्स की आवश्यकता महसूस हो रही है. ऐसे में यहां एम्स खोलने पर विचार किया जाये. उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया था कि रांची झारखंड की राजधानी है. इस कारण बड़ी संख्या में राज्य के लोग उपचार के लिए यहां आते हैं.

इसके अलावा झारखंड के आसपास के राज्यों से भी लोग इलाज कराने रांची आते हैं. लोगों को रांची में कम खर्च पर बेहतर इलाज मिले सके, इसके लिए एम्स की स्थापना जरूरी है. सांसद के इस आग्रह पर संज्ञान लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय ने पत्रांक 5379379/2021 के तहत राज्य सरकार को पत्र लिखा है और एम्स खोलने की दिशा में पहल करने को कहा है.

सांसद श्री सेठ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताते हुए राज्य सरकार से आग्रह किया है कि इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करते हुए अविलंब जमीन चिह्नित कर केंद्र सरकार को सूचित किया जाये, ताकि यहां जल्द से जल्द एम्स की स्थापना हो सके.

देवघर में है एम्स

गौरतलब है कि झारखंड के देवघर जिले में एम्स की स्थापना हो चुकी है. भवन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. पूर्व में रांची में ही एम्स खोलने की मांग की गयी थी, पर तत्कालीन राज्य सरकार के आग्रह पर इसे देवघर स्थानांतरित कर दिया गया था.

Posted by : Sameer Oraon

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