Jharkhand Liquor Scam: ACB ने दो आईएएस अफसरों को भेजा नोटिस, बतौर गवाह करेगी पूछताछ

Jharkhand Liquor Scam: एसीबी ने शराब घोटाला मामले में दो आईएएस अधिकारियों को बतौर गवाह पूछताछ करने के लिए नोटिस भेजा है. इन दोनों अफसरों ने ही शराब घोटाला को उजागर किया था. एसीबी अधिकारी शराब कारोबार से जुड़े बिंदुओं पर इनसे पूछताछ करेंगे.

By Rupali Das | June 9, 2025 2:52 PM

Jharkhand Liquor Scam: झारखंड शराब घोटाला मामले को सामने लाने वाले दो आईएएस अफसरों से अब एसीबी गवाह के तौर पर पूछताछ करेगी. जानकारी के अनुसार, उत्पाद विभाग के दो तत्कालीन उत्पाद आयुक्त करण करण सत्यार्थी और फैज अक अहमद ने अपने कार्यकाल के दौरान शराब घोटाला मामले को उजागर किया था. अब एसीबी के अधिकारी उनसे 38 करोड़ रुपये से अधिक शराब घोटाला मामले में बतौर गवाह के रूप में पूछताछ करेंगे. पूछताछ कर उनसे ठोस साक्ष्य जुटाने का प्रयास किया जायेगा.

इन बिंदुओं पर होगी पूछताछ

बता दें कि करण सत्यार्थी वर्तमान में जमशेदपुर में डीसी हैं. वहीं, दूसरी ओर फैज अक अहमद रामगढ़ में डीसी के पद पर पदस्थापित हैं. इन दोनों अधिकारियों को नोटिस भेजकर एसीबी मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया है. दोनों अधिकारियों से एसीबी की टीम उनके कार्यकाल में शराब कारोबार से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर पूछताछ करेगी.

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क्यों भेजा गया नोटिस?

शराब घोटाला मामले की जांच से जुड़े एसीबी के अधिकारियों के अनुसार, दोनों अधिकारियों ने अपने कार्यकाल के दौरान शराब घोटाला को उजागर किया था. वहीं, इन्होंने कई मामले में आपत्ति भी दर्ज करायी थी. पूछताछ के दौरान दोनों अधिकारी एसीबी को कई जानकारी दे सकते हैं. इस कारण उन्हें केस में गवाह मानते हुए पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया है. पूछताछ के दौरान नये तथ्य बतौर साक्ष्य मिलने पर आगे विस्तार से अनुसंधान किया जायेगा.

इनकी हो चुकी गिरफ्तारी

Ias vinay choubey arrested in jharkhand liquor scam

उल्लेखनीय है कि अभी तक इस केस में एसीबी तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे, तत्कालीन संयुक्त उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह, जेएसबीसीएल के तत्कालीन महाप्रबंधक सुधीर कुमार, महाप्रबंधक वित्त सुधीर कुमार दास और मैन पावर सप्लाई करनेवाली कंपनी मार्शन के निजी प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज चुकी है. जबकि एसीबी ने पूर्व उत्पाद सचिव मनोज कुमार और तत्कालीन उत्पाद आयुक्त व वर्तमान में सेवानिवृत्त अमित प्रकाश को पूछताछ के लिए नोटिस भेज चुकी है.

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