श्रीलंका में फंसे झारखंड के 19 मजदूर, 3 माह से नहीं मिला वेतन, CM हेमंत ने विदेश मंत्री से मांगी मदद

झारखंड के 19 मजदूर श्रीलंका में फंसे हुए हैं, उन्होंने घर वापसी के लिए झारखंड सरकार से मदद मांगी है. इधर हेमंत सोरेन ने भी हालात को देखते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर से मदद करने का आग्रह किया है. मजदूरों ने शिकायत की है कि उन्हें 3 माह से वेतन नहीं मिला है.

By Sameer Oraon | May 3, 2022 8:34 AM

रांची: आर्थिक तंगी से जूझ रहे श्रीलंका में झारखंड के 19 प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं. ये मजदूर गिरिडीह, हजारीबाग और धनबाद के हैं. उन्होंने घर वापसी के लिए झारखंड सरकार से गुहार लगायी है. सोशल मीडिया पर मदद की मांग करते हुए मजदूरों ने श्रीलंका की केपीटीएन कंपनी पर पासपोर्ट जब्त करने और खाना-पीना नहीं देने का आरोप लगाया है. उन्हें तीन महीने से वेतन भी नहीं मिला है. इधर सीएम हेमंत सोरेन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मजदूरों को वापस लाने में मदद करने का आग्रह किया.

श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने भी विभागीय सचिव को मजदूरों से संपर्क करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाने का निर्देश दिया. इसके अलावा मजदूरों को वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास से संपर्क करने को कहा है. वहीं राज्य में रह रहे मजदूरों के परिजनों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत लाभ देने का निर्देश दिया है. मंत्री ने बताया कि सरकार संपर्क साधने के प्रयास में है. जल्दी ही मजदूरों की सुरक्षित वापसी होगी.

मजदूरों के नाम :

श्रीलंका में फंसे मजदूरों में गिरिडीह के वकील महतो, कारू अंसारी, अब्दुल अंसारी, फिरोज आलम, अख्तर अंसारी, छत्रधारी महतो, देवानंद महतो, सहदेव महतो, रामचंद्र कुमार, प्रसादी महतो, प्रदीप महतो, कोलेश्वर महतो, तिलक महतो, राजेश महतो व महेश महतो शामिल हैं. धनबाद से मनोज कुमार और हजारीबाग से नागेश्वर महतो और देवेंद्र महतो शामिल हैं.

Posted By: Sameer Oraon

Next Article

Exit mobile version