झारखंड के सरकारी स्कूलों में बनेंगे किचन गार्डन, एमडीएम में शामिल होंगे सहजन के फल, फूल व पत्तियां

एमडीएम को लेकर अब सरकारी स्कूलों में किचन गार्डन शुरू किया जायेगा. इसमें मोरिंगा (सहजन) के पौधे लगाने हैं. साथ ही इसे मध्याह्न भोजन में इस्तेमाल किया जाना है. इस संबंध में झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण निदेशक किरण कुमारी पासी ने राज्य के उपायुक्त व जिला शिक्षा अधीक्षकों को पत्र भेजा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2022 2:28 PM

Jharkhand MDM News: मध्याह्न भोजन को लेकर अब सरकारी स्कूलों में किचन गार्डन शुरू किया जायेगा. इसमें मोरिंगा (सहजन) के पौधे लगाने हैं और मध्याह्न भोजन में इसके फल-फूल और पत्तियों का इस्तेमाल किया जाना है. इस संबंध में झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण निदेशक किरण कुमारी पासी ने राज्य के उपायुक्त व जिला शिक्षा अधीक्षकों को निर्देश जारी किया है. इसका कहा है कि मोरिंगा के पत्ते पौष्टिकता से भरपूर होते हैं. एमडीएम में इसके फल, फूल व पत्तियों को शामिल करना है. मोरिंगा को मुलगा, सीटी, सहजन या जोंकी के नाम से भी जाना जाता है.

पोषणयुक्त स्वास्थ्यवर्धक भोजन मिले

निदेशक ने लिखा है कि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (पीएम पोषण) केंद्र प्रायोजित महत्वाकांक्षी योजना है. इसका उद्देश्‍य विद्यालय में बच्‍चों का ठहराव, शत-प्रतिशत उपस्थिति, सामुदायिक भागीदारी, पौष्टिक एवं पोषणयुक्त स्वास्थ्यवर्धक भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करना है.

इनके सहयोग से करें किचन गार्डनिंग

झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण निदेशक किरण कुमारी पासी की ओर से भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि कृषि विज्ञान केंद्र, मनरेगा, उद्यान विज्ञान एवं झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के सहयोग से सभी स्कूलों में किचेन गार्डेन तैयार करना है. इसमें मोरिंगा के पौधे लगाने हैं.

सहजन में उपलब्ध पोषक तत्व

प्रोटीन : पालक से नौ गुणा

कैल्‍शियम : दूध से 14 गुणा

पोटेशियम : केला से चार गुणा

विटामिन सी : संतरा से सात गुणा

विटामिन ए : गाजर से दो गुणा

सहजन खाने के क्या हैं फायदे

कुपोषण से मुक्ति

डायबिटीज नियंत्रण बैक्टेरियल वायरस एवं फंगल संक्रमण से मुक्ति

जोड़ों में दर्द में कारगर

कैंसर नियंत्रण

एक अगस्त से स्कूली बच्चों का बनेगा जाति प्रमाण पत्र

सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का नि:शुल्क जाति प्रमाण पत्र बनाया जायेगा. इस अभियान की शुरुआत एक अगस्त से होगी. इस दौरान कक्षा एक से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं का प्रमाण पत्र निर्गत किया जायेगा. मुख्यालय की ओर से इस संबंध में पत्र जारी किया गया है. इसकी तैयारी जिले में चल रही है. अभियान की शुरुआत दो मई से होनी थी. 20 मई तक सभी छात्र-छात्राओं का जाति प्रमाण पत्र निर्गत कराना था, लेकिन त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के कारण इस अभियान को स्थगित कर दिया गया था. अब एक अगस्त से इस अभियान को चलाने का निर्देश मुख्यालय से जारी किया गया है.

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