Jharkhand Corona Update : झारखंड के स्वास्थ्य विभाग ने दिया राज्य में सेमी लॉकडाउन का सुझाव, फैसला आज

झारखंड के स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण हेतु रोकथाम के कुछ सुझाव दिये हैं. जिसमें उन्होंने स्कूल कॉलेज बंद करने समेत कुल 16 बिंदुओं पर सुझाव भेजे हैं. उनका मानना है कि मौजूदा स्वास्थ्य व्यवस्था संक्रमण रोकने के लिए पर्याप्त नहीं है.

By Prabhat Khabar | January 3, 2022 6:20 AM

रांची : राज्य में कोविड-19 संक्रमण की रफ्तार तेज हो चली है. अब इसे नियंत्रित करने को लेकर रविवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने आपदा प्रबंधन सचिव को लिखित सुझाव भेजा है. उन्होंने सुझाव दिया है कि देश में ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था संक्रमण रोकने के लिए पर्याप्त नहीं है. इसकी वजह जांच की सुविधा का अभाव, कमजोर सर्विलांस और इन सबसे अधिक खराब स्वास्थ्य सुविधाएं हैं.

संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन की योजना का बहुआयामी होना जरूरी है. पूर्व के अनुभव बताते हैं कि लोगों का जमावड़ा रोकना संक्रमण को रोकने में काफी मददगार रहा है. हालांकि इस मुद्दे पर कोई भी फैसला मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में सोमवार को होनेवाली आपदा प्रबंधन की बैठक में लिया जायेगा.

16 बिंदुओं पर भेजा सुझाव :

स्वास्थ्य सचिव ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में संक्रमण रोकने के लिए 16 बिंदुओं का सुझाव दिया है. उन्होंने 15 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू लगाने, पार्क, जिम, धार्मिक स्थल, स्पोर्ट्स कांप्लेक्स और स्वीमिंग पुल बंद करने का सुझाव दिया है. साथ ही स्कूल, कॉलेज समेत सभी शिक्षण संस्थान और मॉल व शॉपिंग कांप्लेक्स भी अगले आदेश तक बंद करने की बात कही है.

उन्होंने कहा है कि गैर जरूरी चीजों की दुकानों को एक दिन छोड़ कर शाम पांच बजे तक खोलने की अनुमति दी जा सकती है. रविवार को आवश्यक वस्तुओं को छोड़ कर सभी दुकानों के खुलने पर पाबंदी लगनी चाहिए. हाट-बाजार में खाने-पीने की चीजों को पूर्णत: प्रतिबंधित कर देना चाहिए. रेस्टोरेंट में खाने पर भी रोक लगाते हुए अगले आदेश तक केवल होम डिलीवरी की सुविधा दी जानी चाहिए.

जमावड़ा रोकने के लिए सख्ती की सलाह :

सुझावों में जनता का जमावड़ा रोकने के लिए सख्ती बरतने की सलाह दी गयी है. कहा गया है कि शादी या किसी भी समारोह में 50 लोगों से अधिक को शामिल होने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. कार्यालयों में 50 प्रतिशत मानव बल के साथ ही काम होना चाहिए. बायोमीट्रिक अटेंडेंस पर रोक लगनी चाहिए. प्रतिष्ठानों में क्षमता का केवल 25 प्रतिशत लोगों को ही जाने की अनुमति दी जानी चाहिए. उन लोगों के लिए भी वैक्सीन का दोनों दोनों डोज लेना अनिवार्य करना चाहिए.

दूसरे राज्य से आनेवालों की रिपोर्ट निगेटिव रहे :

स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि दूसरे राज्यों से झारखंड आनेवालों को 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया जाना चाहिए. साथ ही वैक्सीनेशन पूरा होने का सर्टिफिकेट भी दिखाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पांच वर्ष से अधिक के बच्चों को छोड़ कर घर से बाहर निकलने पर सभी के लिए मास्क अनिवार्य किया जाना चाहिए.

Posted By : Sameer Oraon

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