Jharkhand Corona Update: झारखंड में नहीं लगेगा Lockdown, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव का बड़ा बयान

Lockdown in Jharkhand रांची/लोहरदगा : राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव (Dr Rameshwar Oraon) ने कहा है कि झारखंड में अभी लॉकडाउन लगाने जैसी स्थिति नहीं है. हालांकि संक्रमण से उत्पन्न परिस्थितियों को लेकर सख्तियां बढ़ायी जायेंगी. डॉ उरांव ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर अंकुश को लेकर किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने अपने विधायक निधि से 5 लाख रुपये की राशि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए देने की घोषणा की. इस राशि से ऑक्सीजन सिलेंडर और अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जायेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 16, 2021 7:03 PM

Lockdown in Jharkhand रांची/लोहरदगा : राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव (Dr Rameshwar Oraon) ने कहा है कि झारखंड में अभी लॉकडाउन लगाने जैसी स्थिति नहीं है. हालांकि संक्रमण से उत्पन्न परिस्थितियों को लेकर सख्तियां बढ़ायी जायेंगी. डॉ उरांव ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर अंकुश को लेकर किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने अपने विधायक निधि से 5 लाख रुपये की राशि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए देने की घोषणा की. इस राशि से ऑक्सीजन सिलेंडर और अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जायेगी.

डॉ उरांव ने अपने विधानसभा क्षेत्र लोहरदगा में जिले के उपायुक्त पुलिस अधीक्षक, सिविल सर्जन समेत अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने जीवन और जीविका पर जोर दिया. उन्होंने लोहरदगा जिला में कोविड-19 संक्रमण से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया. इस साल डॉ उरांव ने लोहरदगा रेफरल हॉस्पिटल में दो आइसोलेशन वार्ड, 18 वेंटिलेटर (6 वेंटिलेटर रांची कोविड सेंटर भेजा गया), 80 ऑक्सीजन सुविधा से लैस बेड उपलब्ध कराया है. वहीं आज 25 ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने का आदेश हुआ.

लोहरदगा में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अभी पूर्ण लाॅकडाउन जैसी स्थिति नहीं है, उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी पूर्ण लॉकडाउन लगा था. उसका बहुत फायदा नहीं हुआ. आर्थिक गतिविधियां रूक गयी, लोग बेरोजगार हुए. सरकार के लिए जीवन बचाने के साथ ही जीविका को भी बचाने की चुनौतियां है.

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डॉ उरांव ने कहा कि उपायुक्त ने बताया कि तमाम बड़े शहरों से प्रवासी श्रमिक वापस लौट रहे हैं, इन पर नजर रखने की जरूरत है. इनकी कोरोना जांच करायी जायेगी और वे संक्रमित पाये जाते हैं, तो उन्हें आईसोलेशन में रखने की व्यवस्था होगी. प्रवासी श्रमिकों और ग्रामीण क्षेत्र में अन्य लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के सवाल के संबंध में डॉ उरांव ने कहा कि इस संबंध में वे ग्रामीण विकास मंत्री से बात करेंगे. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी पूरी तरह से सजग और सतर्क रहने के अलावा कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए आवश्यक इंजेक्शन तथा दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया.

वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि यदि रांची में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बेड की सुविधा में कमी हो रही है, तो लोहरदगा में भी तत्काल कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए अतिरिक्त बेड उपलब्ध करायी जा सकती है, रांची से लोहरदगा का रास्ता मात्र डेढ़ घंटे का है और वेंटिलेटर समेत अन्य सुविधा यहां उपलब्ध करायी जा सकती है. लोहरदग्गा के प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गयी है. आवश्यकता पड़ने पर यहां भी संक्रमित मरीजों को शिफ्ट किया जा सकता है.

Posted By: Amlesh Nandan.

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