Swami Agnivesh : स्वामी अग्निवेश को झारखंड आर्य समाज ने ऐसे दी श्रद्धांजलि

Swami Agnivesh : रांची : झारखंड आर्य समाज ने स्वामी अग्निवेश के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजिल दी है. उनके निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. आर्य समाज ने कहा है कि पलामू में बंधुआ मजदूरों की मुक्ति के लिए जो उन्होंने लड़ाई लड़ी थी, उसका झारखंड हमेशा ऋणी रहेगा. आपको बता दें कि लीवर सिरोसिस से पीड़ित स्वामी अग्निवेश का 80 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से कल निधन हो गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2020 8:05 AM

Swami Agnivesh : रांची : झारखंड आर्य समाज ने स्वामी अग्निवेश के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजिल दी है. उनके निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. आर्य समाज ने कहा है कि पलामू में बंधुआ मजदूरों की मुक्ति के लिए जो उन्होंने लड़ाई लड़ी थी, उसका झारखंड हमेशा ऋणी रहेगा. आपको बता दें कि लीवर सिरोसिस से पीड़ित स्वामी अग्निवेश का 80 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से कल निधन हो गया.

झारखंड राज्य आर्य प्रतिनिधि सभा, रांची के प्रधान प्रेम प्रकाश आर्य ने कहा कि क्रांतिकारी नेता व आर्य संन्यासी स्वामी अग्निवेश का निधन आर्य समाज समेत पूरे राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है. स्वामी जी भगवाधारी क्रांतिकारी आर्य समाजी थे. उन्होंने झारखंड प्रदेश के पलामू जिले में बंधुआ मजदूरों की मुक्ति के लिए महाश्वेता देवी के साथ लड़ाई लड़ी थी. वे मुखर रहे और इसकी कई बार कीमत भी चुकाई. उनकी बातें कभी असहज कर देती थीं. शायद वे दूसरे भगवाधारियों की तरह नहीं थे.

स्वामी अग्निवेश का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनार्थ 7 जंतर मंतर रोड, नई दिल्ली के कार्यालय पर सुबह 11 से 2 बजे तक रखा जायेगा. उनका अंतिम संस्कार वैदिक रीति से गुरुग्राम के अग्निलोक आश्रम, बहलपा में 4 बजे किया जायेगा.

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गढ़वा जिले के नगर उंटारी निवासी आर्य समाजी बरुण बिहारी ने स्वामी अग्निवेश के निधन को आर्य समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा है कि स्वामी जी का सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा, रामलीला मैदान का अस्तित्व बचाने में बड़ा ही योगदान रहा है.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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