हाइकोर्ट के आदेश पर की गयी सोनाडुबी नदी और दामोदर नद की जांच

जलपथ प्रमंडल रांची कार्यालय की एक टीम द्वारा सोनाडुबी और दामोदर नद का निरीक्षण किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | November 3, 2025 6:33 PM

डकरा. सोनाडुबी नदी का अतिक्रमण कर उसमें कोल वाशरी का गंदा पानी छोड़ने की शिकायत के आलोक में सोमवार को जलपथ प्रमंडल रांची कार्यालय की एक टीम द्वारा सोनाडुबी और दामोदर नद का निरीक्षण किया गया. टीम ने निरीक्षण कर उसका फोटो और वीडियो भी बनाया, जिसे छह नवंबर को रांची हाइकोर्ट में सौंपा जायेगा. खलारी महावीर नगर निवासी मनोज केशरी की शिकायत पर हाइकोर्ट के आदेश से इस मामले की जांच की जा रही है. न्यायालय के आदेश पर जलपथ प्रमंडल कार्यालय की टीम दोनों नदियों की जांच करने पहुंचे थे. छह नवंबर को इस मामले की सुनवाई का तारीख तय है. इस संबंध में शिकायतकर्ता मनोज केशरी ने प्रभात खबर को बताया कि सीसीएल और मोनेट प्रबंधन ने मिलकर कोयलांचल की लाइफलाइन माने जाने वाली इस दो प्रमुख नदियों का अस्तित्व खतरे में डाल दिया है, जिसको देखने के बाद एनजीटी में इसकी शिकायत दर्ज करायी गयी थी, लेकिन कुछ विभागीय अधिकारियों की लीपापोती जैसा रवैया देख कर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख कर पूरी जानकारी दी गयी. उन्होनें पत्र को संज्ञान में लेकर केस नंबर 8757 के तहत जनहित याचिका में बदल दिया और राज्य सरकार के मुख्य सचिव, जल संसाधन विभाग के सचिव, झारखंड राज्य प्रदूषण विभाग के सचिव व सदस्य सहित अन्य संबंधित विभागों को नोटिस जारी कर दिया. इसी संदर्भ में सोमवार को जलपथ प्रमंडल की टीम जांच करने पहुंची थी. टीम में शामिल अधिकारियों ने सोनाडुबी नदी के उपर बनाया गया कन्वेयर बेल्ट और दामोदर में छोड़ा जानेवाला काला गंदा पानी को स्वयं देखा है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि उच्च न्यायालय से क्षेत्र के लोगों को न्याय मिलेगा और सीसीएल व मोनेट प्रबंधन की मनमानी रुकेगी एवं दोनों नदियां अविरल धारा के साथ स्वच्छ होंगी.

छह नवंबर को रांची हाइकोर्ट में सौंपी जायेगी

रिपोर्ट

स्लग :::: सोनाडुबी नदी का अतिक्रमण कर उसमें कोल वाशरी का गंदा पानी छोड़ने का मामला

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