स्वास्थ्य विभाग सिर्फ माननीयों पर मेहरबान, आम लोग भगवान भरोसे

कोरोना काल में भी वीआइपी कल्चर हावी है. वीआइपी के परिवार की जांच व स्क्रीनिंग के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम लग जा रही है. वहीं आम आदमी को इस संकट में भी अलग-थलग छोड़ दिया जा रहा है.

By Prabhat Khabar Print Desk | July 9, 2020 2:05 AM

रांची : कोरोना काल में भी वीआइपी कल्चर हावी है. वीआइपी के परिवार की जांच व स्क्रीनिंग के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम लग जा रही है. वहीं आम आदमी को इस संकट में भी अलग-थलग छोड़ दिया जा रहा है. इसका साक्षात प्रमाण बुधवार को देखने को मिला. मंत्री जी के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के 12 घंटे के भीतर परिवार के सभी सदस्यों का सैंपल ले लिया गया. गुरुवार तक जांच रिपोर्ट भी आ जायेगी. वहीं आम आदमी के पॉजिटिव पाये जाने के पांच दिन बाद भी उसके घरवालों में लक्षण पाये जाने का इंतजार किया जा रहा है.

गौरतलब है कि राजधानी के कई इलाकों में पॉजिटिव केस मिल रहे हैं. जिला प्रशासन के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग की टीम संक्रमण की पुष्टि होते ही संक्रमित को तो कोविड अस्पताल में भर्ती करा दे रही है, लेकिन उनके परिवार के अन्य सदस्यों की जांच नहीं की जा रही है. यह मामला ढेलाटोली, लोआडीह, न्यूनगर व किशोरगंज में देखने को मिल रहा है. तीन से चार दिन बीत जाने के बाद भी परिवार के सदस्यों की जांच नहीं की गयी है. वहीं सीधे संपर्क मेें आनेवालों की स्क्रीनिंग तक नहीं हुई है.

तीन पुलिसकर्मी सहित छह नये संक्रमित : राजधानी में बुधवार को हिंदपीढ़ी थाना के तीन पुलिसकर्मी सहित छह नये कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. पुलिसकर्मियों की जांच सदर अस्पताल की ट्रूनेट मशीन से की गयी थी. वहीं दो संक्रमित पथलकुदवा के रहने वाले हैं. एक कोरोना संक्रमित के सीधे संपर्क मेें आने के बाद दोनों की जांच करायी गयी थी, जिसमें दोनों पॉजिटिव पाये गये़

इसके अलावा बिरसा चौक से दो दिन पहले एक कोरोना संक्रमित के संपर्क में आया व्यक्ति भी पॉजिटिव पाया गया है. पुलिस कर्मियों सहित सभी संक्रमितों को रिम्स के काेविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया है. साथ ही इनके संपर्क में आये लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है, ताकि उनकी भी जांच की जा सके.

थानों में अब भी एहतियात नहीं बरत रही है पुलिस : राजधानी के जिन-जिन थानों में कोरोना के केस मिले हैं, उन थानों को एसएसपी ने सील करने का आदेश दिया है़ थाना आनेवाले लोगों से ड्रॉप बॉक्स, इमेल या फिर ह्वाट्सएप के जरिये आवेदन देने का कहा गया है, लेकिन अधिकतर थानों में इसका पालन नहीं किया जा रहा है. सुखदेवगनगर थाना में तो पब्लिक बरामदे तक जा रहे हैै़ं सोशल डिस्टैंसिंग को लेकर वहां सिर्फ एक रस्सी बांध दी गयी है.

वहीं प्रकार महिला थाना के गेट पर नोटिस लगा हुआ है, लेकिन गेट खुला हुआ है और पुलिसकर्मी आना-जाना कर रहे हैं. पुलिस क्लब को भी सील किया गया है, लेकिन पुलिसकर्मी बाउंड्री के कोना में छोटा रास्ता बना कर आना-जाना कर रहे है़ं यही हाल चुटिया, अरगोड़ा थाना का भी है. सिर्फ हिंदपीढ़ी थाना पूरी तरह से सील है.

पोस्टमैन पॉजिटिव, मुख्य डाकघर सील : रांची़ रांची मुख्य डाकघर में कार्यरत रामगढ़ निवासी पोस्टमैन भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. वह वर्द्धमान कंपाउंड व लालपुर के नौ नंबर एरिया में चिट्ठी बांटने का काम करता था. उसने हाल ही में डाक विभाग में योगदान दिया है. एक दिन ड्यूटी करने के बाद तबीयत खराब होने पर वह अपने घर रामगढ़ चला गया था. वहां निजी लैब में उसकी जांच की गयी. इधर, पोस्टमैन के पॉजिटिव मिलने पर मुख्य डाकघर को 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया है. इसके अलावा सीधे संपर्क में आनेवाले करीब 125 स्टाफ की सूची जांच के लिए जिला प्रशासन को दी गयी है.

Post by : Pritish Sahay

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