नहीं खुला हटिया डैम का गेट, एचइसी क्षेत्र पर खतरा बरकरार

हटिया डैम खतरे के निशान पर पहुंच गया है. इसके बावजूद बुधवार को डैम का गेट नहीं खोला जा सका. ऐसे में अब भी संकट बरकरार है.

By PRAVEEN | July 31, 2025 12:23 AM

रांची. हटिया डैम खतरे के निशान पर पहुंच गया है. इसके बावजूद बुधवार को डैम का गेट नहीं खोला जा सका. ऐसे में अब भी संकट बरकरार है. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की ओर से मंगलवार को गेट खोलने की कवायद शुरू की गयी थी. इसको लेकर अलर्ट भी जारी कर दिया गया था, लेकिन गेट नंबर दो खोलने के दौरान लगाया गया बेयरिंग सॉफ्ट टूट गया. इसकी वजह से गेट नहीं खुल पाया. जबकि इसकी मरम्मत दो साल पहले ही जल संसाधन विभाग द्वारा 98 लाख की लागत करायी गयी थी. जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता आलोक भारती ने बताया कि डैम फुल होने की वजह से खोलने के क्रम में बेयरिंग सॉफ्ट टूट गया. डाल्टनगंज की मरम्मत करने वाली कंपनी मंगल सूर्या कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को बेयरिंग सॉफ्ट बदलने का निर्देश दिया गया है. उक्त बेयरिंग सॉफ्ट कोलकाता से बन कर आना है, जिसमें चार से पांच दिनों का समय लग सकता है. वैकल्पिक व्यवस्था के तहत गेट को चेन-पुलिया से खोलने की कवायद की जा रही है. गुरुवार को गेट खोलने की कोशिश की जायेगी. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों से बात कर गेट खोला जायेगा.

डैम के गेट को नुकसान पहुंचा तो लाखों की आबादी होगी प्रभावित

हालांकि पिछले दो दिनों से राजधानी रांची में बारिश नहीं हो रही है. इसकी वजह से फिलहाल डैम के जल स्तर में वृद्धि नहीं हुई है. हटिया डैम में फिलहाल 38 फीट एक इंच पानी है. डैम की क्षमता 39 फीट है. ऐसे में 11 इंच जल स्तर बढ़ जाता है तो डैम ओवर फ्लो करने लगेगा. अगर हटिया डैम का गेट नहीं खुले और पानी के ओवर लोड के कारण डैम को नुकसान पहुंचता है तो एचइसी क्षेत्र के लाखों की आबादी प्रभावित होगी. एचइसी प्लांट, एचइसी आवासीय परिसर, तेतरटोली, बैरिक गांव, ढीपाटोली, स्पिलवे बस्ती, सीठियो बस्ती समेत अन्य इलाकों में रहने वालों को नुकसान होगा.

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