पोड़ाहाट में भटके हाथी के बच्चे को हथिनी ने स्वीकारा

ये रिश्ता प्यार का है, जज्बात का है. चाईबासा के पोड़ाहाट से भटका नन्हा सम्राट (बच्चा हाथी) अब अनाथ नहीं रह गया

By Prabhat Khabar Print Desk | June 10, 2020 2:01 AM

मनोज सिंह, रांची : ये रिश्ता प्यार का है, जज्बात का है. चाईबासा के पोड़ाहाट से भटका नन्हा सम्राट (बच्चा हाथी) अब अनाथ नहीं रह गया. उसे मां मिल गयी है. ओरमांझी चिड़ियाघर में रह रही लक्की रानी (हथिनी) ने उसे अपना लिया है.

सम्राट उसकी कोख से पैदा नहीं हुआ है, फिर भी लक्की उसे बिल्कुल अपने सगे बच्चे जैसा दुलार दे रही है. चिड़ियाघर में काम करनेवाले लोग लक्की और सम्राट की नजदीकी से उत्साहित हैं. जू प्रबंधन ने हाल ही में खेलते हुए दोनों का वीडियो तैयार किया है, जो काफी वायरल हो रहा है.

पोड़ाहाट के जंगल में एक हाथी का बच्चा भटक गया था. उसे रेस्क्यू कर लॉकडाउन के दौरान ही 28 मार्च को ओरमांposted by : Pritish Sahayझी स्थित बिरसा मुंडा चिड़ियाघर में लाया गया था. यहां 28 दिनों तक कोरेंटिन में रखने के बाद उसे लक्की रानी नाम की हथिनी के साथ रहने के लिए भेजा गया.

जंगल के जानवारों को स्वीकार नहीं करते जू के जानवर : विशेषज्ञ बताते हैं कि कई कारण हैं, जिनकी वजह से जू के जानवर आमतौर पर जंगली जानवरों को स्वीकार नहीं करते हैं. एेसे में जू की पालतू हथिनी का जंगली हाथी के बच्चे को स्वीकार करना आश्चर्यजनक है. जू के चिकित्सक डॉ अजय कुमार बताते हैं कि बच्चा हाथी को जू के लोग ही प्यार से छोटा सम्राट कहते हैं. यह 28 मार्च से यहां है. इसमें काफी अच्छा ग्रोथ है.posted by : Pritish Sahay

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