लाठी-डंडे से नहीं रुकेगी लड़ाई : सुदेश
कुड़मी समाज को एसटी का दर्जा देने की मांग को लेकर हुए आंदोलन के दौरान पश्चिम बंगाल के कोटशिला क्षेत्र के कई लोग घायल हो गये थे.
रांची. कुड़मी समाज को एसटी का दर्जा देने की मांग को लेकर हुए आंदोलन के दौरान पश्चिम बंगाल के कोटशिला क्षेत्र के कई लोग घायल हो गये थे. हिंसा में कई लोगों को चोटें आयी थीं. उनसे मिलने सोमवार को आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो प्रतिनिधिमंडल के साथ कोटशिला जा रहे थे, लेकिन काफी देर तक बंगाल की झालदा पुलिस ने उन्हें रोके रखा. आजसू नेता पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध करते रहे. सुदेश महतो ने कहा कि आदेश दिखायें कि हमें कोटशिला क्यों नहीं जाने दिया जा रहा है. काफी देर बाद नेताओं ने पुरुलिया के एएसपी से बात की, तब उन्हें केवल कोटशिला में आजसू द्वारा आयोजित शहीदों के श्रद्धांजलि कार्यक्रम स्थल तक जाने दिया गया, लेकिन गांव में पीड़ितों से मिलने की अनुमति नहीं दी गयी. हालांकि यहीं पर गांव के लोग पहुंचे और आजसू नेताओं से मुलाकात की. उन्होंने अपनी पीड़ा बतायी और बताया कि उनके साथ किस तरह बुरा बर्ताव किया गया. हिंसा में घायल लोगों को उचित उपचार एवं मुआवजा दिया जाये तथा दोषियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाये. इस मामले की निष्पक्ष जांच हो. प्रतिनिधिमंडल में श्री महतो के साथ पार्टी के पूर्व विधायक लंबोदर महतो, ईचागढ़ के पूर्व प्रत्याशी हरेलाल महतो, पार्टी के महासचिव संजय मेहता शामिल थे. संजय मेहता ने बताया कि सुदेश महतो के कार्यक्रम की सूचना बंगाल पुलिस को दे दी गयी थी. बंगाल पुलिस ने अनुमति भी दी थी और काफिले को सुरक्षा भी उपलब्ध करायी, लेकिन झालदा पुलिस ने ज्यादती करते हुए रोक दिया. मौके पर सुदेश महतो ने कहा कि हम हक की लड़ाई हर मोर्चे पर लड़ेंगे. गांव के लोगों के साथ इस तरह का अत्याचार और दमन की कार्रवाई बिल्कुल गलत है. यहां तक कि 51 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. महिलाओं और बच्चों तक को नहीं बख्शा गया. पुलिस घर में घुसकर उन्हें टॉर्चर कर रही है. हमें गांव में पीड़ितों तक जाने नहीं दिया गया. हम कानूनी तरीकों से इसकी लड़ाई लड़ेंगे और यह हमारा संघर्ष लाठी, डंडे, गोली से रुकने वाला नहीं है.
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