बिचौलिये को धान बेचने को विवश हैं किसान

पिपरवार कोयलांचल में धान कटाई का काम अंतिम चरण में है. किसान धान को खलिहान तक पहुंचा चुके हैं.

By JITENDRA RANA | December 2, 2025 7:20 PM

प्रतिनिधि, पिपरवार.

पिपरवार कोयलांचल में धान कटाई का काम अंतिम चरण में है. किसान धान को खलिहान तक पहुंचा चुके हैं. खलिहानों में मशीनों की सहायता से धान की झड़ाई की जा रही है. कोयलांचल में धान की बंपर पैदावार से किसान काफी खुश हैं. लेकिन इसका पूरा लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है. कोयलांचल में पैक्स गोदाम नहीं होने से किसान अपनी उपज को ओने-पौने दामों में बेचने को विवश हैं. जानकारी के अनुसार कोयलांचल के बनहे, हफुआ, बाराडीह, बुंडू, बटुका, खपिया आदि गांव कृषि के लिए जाने जाते हैं. यहां कृषि योग्य भूमि ज्यादा होने की वजह से बड़े पैमाने पर धान का उत्पादन होता है. लेकिन किसानों को सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं होने की वजह से अपनी उपज को पैक्स गोदाम तक नहीं पहुंचा पाते हैं. किसान 1600 रुपये प्रति क्विंटल धान बेच विवश हैं. बिचौलिये खलिहान तक पहुंच कर धान खरीद कर ले जा रहे हैं. जबकि सरकार ने 2300 रुपये प्रति क्विंटल दर निर्धारित कर रखा है. जानकारी के अनुसार टंडवा प्रखंड के राहम व गाड़ीलौंग में पैक्स गोदाम है. लेकिन यहां से टंडवा की दूरी 25 से 30 किमी है. इस संबंध में बाराडीह के किसान गुलाब महतो बताते हैं कि बनहे गांव में यदि पैक्स गोदाम स्थापित किया जाये तो किसानों को उनकी उपज का वास्तविक मूल्य मिल सकेगा. उन्होंने टंडवा सीओ से बनहे में पैक्स गोदाम निर्माण करने की मांग की है.

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