Public problem news : दुर्गोत्सव के बाद भी सड़क पर खड़े ताेरण द्वार दे रहे हादसे को न्योता

राजधानी के सभी पूजा समितियों की प्रतिमाओं का विसर्जन शनिवार को कर दिया गया, जिसके साथ ही दुर्गोत्सव समाप्त हो गया. लेकिन पूजा के दौरान बनाये गये तोरण द्वार अब भी सड़कों पर ही खड़े हैं.

By DUSHYANT KUMAR TIWARI | October 7, 2025 12:49 AM

रांची. राजधानी के सभी पूजा समितियों की प्रतिमाओं का विसर्जन शनिवार को कर दिया गया, जिसके साथ ही दुर्गोत्सव समाप्त हो गया. लेकिन पूजा के दौरान बनाये गये तोरण द्वार अब भी सड़कों पर ही खड़े हैं. यह हाल तब है, जब जिला प्रशासन ने सभी पूजा समितियों को पूजा समाप्त होने के 48 घंटे के अंदर तोरण द्वार हटाने और इसके लिए खोदे गये गड्ढों को भर कर रोड को दुरुस्त करने का आदेश दिया था.

लगातार बारिश के कारण बढ़ा खतरा

पूजा समितियों की सुस्ती की वजह से सड़कें जाम हो रही है, वहीं सड़कों पर खड़े तोरण द्वार हादसों को न्योता भी देर रहे हैं. इधर, राजधानी में लगातार तेज बारिश हो भी रही है, जिससे इन तोरण द्वार के गिरने का खतरा भी बना हुआ है. कचहरी रोड में बिहार क्लब दुर्गा पूजा समिति द्वारा बनाया गया सबसे ऊंचा तोरण द्वार अब तक नहीं हटाया गया है. वहीं, कोकर में दोनों समितियों द्वारा एक किलोमीटर के अंदर बनाये गये चार से पांच तोरण द्वार, बांधगाड़ी दुर्गा पूजा समिति के तोरण द्वार भी अब तक नहीं हटाये गये हैं. इस वजह से पीक ऑवर में संबंधित सड़कें जाम हो जा रही हैं.

पिछले साल अरगोड़ा में हुई थी दुर्घटना

वर्ष 2024 में नौ अक्तूबर को अरगोड़ा चौक व पुराना अरगोड़ा चौक के पास दो तोरण द्वार गिर गये थे. भारी बारिश व हवा के कारण तोरण द्वार गिर गये थे. अरगोड़ा चौक के पास ऑटो पर तोरण द्वार गिरने से ऑटो चालक व उसके तीन पैसेंजर घायल हुए थे. साथ ही वहां से गुजर रहे कुछ बाइक सवार भी जख्मी हो गये थे. हालांकि, अरगोड़ा दुर्गा पूजा समिति ने गिरे हुए तोरण द्वार को एक घंटे के अंदर हटा लिया था.

दुकानदारी भी हो रही प्रभावित

कोकर के दुकानदारों ने नाम नहीं छापने के शर्त पर कहा कि तोरण द्वार से काफी परेशानी हो रही है. घंटों जाम लग जा रहा है, जिससे व्यवसाय प्रभावित हो रहा है. कोकर में कई दुकानों के सामने ही तोरण द्वार बने हैं, दुकानदारों का कहना है कि तोरण द्वार के कारण ग्राहक उनके पास रुकना नहीं चाहते.

बोले चेंबर उपाध्यक्ष

सामने दीपावली और छठ महापर्व हैं. लोग खरीदारी करने आयेंगे. साथ ही स्कूल, कॉलेज और ऑफिस सभी कुछ खुल गये हैं. तोरण द्वार रहने से सड़क संकीर्ण हो गयी है, जिससे हमेशा जाम की स्थिति बनती है. इसलिए पूजा समितियां सड़क पर से जल्द से जल्द तोरण द्वार हटा लें.

– प्रवीण लोहिया, उपाध्यक्ष, झारखंड चेंबर

बोले पूजा समिति के पदाधिकारी

जिला प्रशासन के निर्देश को देखते हुए सभी पूजा समितियों को व्हॉट्सऐप व फोन कॉल के जरिये तोरण द्वार हटाने और सड़क की ढलाई करने को कहा गया था. तोरण द्वार नहीं हटाने से सड़क जाम की स्थिति बन रही है. पूजा समितियों को आमलोगों की समस्या पर ध्यान देना चाहिए.

प्रदीप रॉय, अध्यक्ष, महानगर दुर्गा पूजा समिति

बोले प्रशासनिक अधिकारी

जो पूजा समिति जिला प्रशासन का निर्देश नहीं मान रहे हैं, उनके लिए महानगर दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारी से बात कर दिखावा लेते हैं. जुर्माना का प्रावधान नहीं है, लेकिन आमलोगों को असुविधा को ध्यान में रखते हुए पूजा समितियों से अविलंब तोरण द्वार हटाने को कहा जायेगा.

– उत्कर्ष कुमार, एसडीएम

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है