साथ मिलकर करें खेती, फायदा होगा : निदेशक
रिसर्च कॉम्प्लेक्स फॉर ईस्टर्न रीजन (आरसीइआर), प्लांडू के निदेशक डॉ अवनि कुमार सिंह ने महिला किसानों से मिलकर खेती करने का आह्वान किया, क्योंकि जलवायु परिवर्तन का असर बढ़ रहा है.
रांची. रिसर्च कॉम्प्लेक्स फॉर ईस्टर्न रीजन (आरसीइआर), प्लांडू के निदेशक डॉ अवनि कुमार सिंह ने महिला किसानों से मिलकर खेती करने का आह्वान किया, क्योंकि जलवायु परिवर्तन का असर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि खेती के लिए पानी, भूमि, जलवायु, जंगल और जानवर आवश्यक हैं. झारखंड पहाड़ी क्षेत्र है, इसलिए यहां हर स्थान पर एक जैसी खेती नहीं हो सकती, जिसके लिए ठोस योजना की जरूरत है. डॉ सिंह शुक्रवार को ””उद्यमिनी”” परियोजना के लांच के अवसर पर बोल रहे थे. इस परियोजना के तहत, एचडीएफसी बैंक सीएसआर के माध्यम से प्रदान संस्था के साथ मिलकर लोहरदगा और खूंटी जिलों के 30 गांव के 10,000 किसानों की मदद करेगा और महिला किसानों को उद्यमी बनायेगा. मौके पर नाबार्ड के डीजीएम गौरव कुमार ने किसानों के लिए विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी. वहीं पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ सैमसन संजय टोप्पो ने कहा कि महिलाएं पशुपालन के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रही हैं और विभाग उन्हें प्रशिक्षण भी देता है. एचडीएफसी बैंक के क्षेत्रीय प्रमुख वरुण कुमार ने कहा कि वे महिला उद्यमियों को बाजार से जोड़कर उनके उत्पादों की अच्छी कीमत सुनिश्चित करना चाहते हैं. यह परियोजना तीन साल तक चलेगी. लोहरदगा के जिला उद्यान पदाधिकारी स्वरूप कुमार लोहानी ने कहा कि सरकार अकेले विकास नहीं कर सकती, इसके लिए मिलकर काम करना होगा और किसानों को आधुनिक तकनीक का उपयोग करना होगा. प्रदान संस्था की झारखंड प्रमुख बालादेवी ने अतिथियों का स्वागत किया और प्रेम शंकर ने धन्यवाद ज्ञापन किया. इस दौरान, आरसीइआर के वैज्ञानिक महेश धाकड़ ने तकनीकी जानकारी दी.
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