Political news : कांग्रेस में जिलाध्यक्ष चयन की कवायद तेज, छह नामों का बनेगा पैनल
पर्यवेक्षक 14 सितंबर तक पंचायत से लेकर प्रखंड स्तर के कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे.
रांची.
प्रदेश कांग्रेस में संगठन को मजबूत करने की कवायद तेज हो गयी है. पार्टी ने सभी जिलों में जिलाध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं और संगठन सृजन अभियान के तहत पंचायत से लेकर प्रखंड स्तर तक के कार्यकर्ताओं से संवाद कर उनकी राय ले रहे हैं. यह पूरी प्रक्रिया 14 सितंबर तक जारी रहेगी. इसके बाद हर जिले से मिले फीडबैक और पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट को मिलाकर पार्टी नेतृत्व आगे की कार्रवाई करेगा. पार्टी सूत्रों के अनुसार, जिलाध्यक्ष के चयन से पहले हर जिला में छह नेताओं का पैनल तैयार किया जायेगा. इस पैनल को प्रदेश प्रभारी, संगठन महासचिव, प्रदेश अध्यक्ष और पर्यवेक्षकों के साथ साझा किया जायेगा. सभी की राय और राजनीतिक समीकरणों पर विचार करने के बाद अंतिम रूप से नाम तय किया जायेगा.दावेदारों के लिए मानदंड तय
जिलाध्यक्ष बनने के लिए दावेदारों के लिए कुछ मानदंड भी तय किये गये हैं. उम्मीदवार पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता होना चाहिए. उम्र 30 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए. कार्यकर्ताओं में पकड़ और सक्रियता रखने वाले नेताओं को प्राथमिकता दी जायेगी. सामाजिक समीकरण को ध्यान में रखते हुए चयन किया जायेगा. कांग्रेस नेतृत्व ने साफ किया है कि जिलाध्यक्षों के चयन में एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों को प्रतिनिधित्व देने पर जोर रहेगा. साथ ही महिला और युवा नेताओं को भी मौका दिया जायेगा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि जिलाध्यक्ष की भूमिका पार्टी संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने में अहम होती है. इसलिए चयन प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ संचालित किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
