मगध सम्राट जरासंध की 5228वीं जयंती मनायी
चक्रवर्ती मगध सम्राट जरासंध महाराज की 5228वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी.
खलारी. खलारी कोयलांचल चंद्रवंशी समाज के द्वारा चक्रवर्ती मगध सम्राट जरासंध महाराज की 5228वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता युगेश्वर राम चंद्रवंशी ने की. कार्यक्रम की शुरुआत में उपस्थित समाज के लोगों ने सम्राट जरासंध महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित, पुष्प अर्पित व माल्यार्पण कर किया. इसके बाद उपस्थित लोगों ने जय जरासंध महाराज का जयकारा लगाया. मौके पर वक्ताओं ने बताया कि हिंदी और हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि, जिसे देवउठनी के नाम से जाना जाता है, उसी दिन महाराज जरासंध की जयंती मनायी जाती है. वक्ताओं ने कहा कि महाभारत कालीन मगध साम्राज्य के चंद्रवंशी नरेश राजा बृहद्रत के वंश में जन्मे महाराज जरासंध अखंड भारत के चक्रवर्ती सम्राट थे, जिन्होंने एकछत्र शासन की स्थापना की थी. इस अवसर पर खलारी कोयलांचल में चंद्रवंशी समाज को और अधिक संगठित करने पर बल दिया गया. साथ ही निर्णय लिया गया कि चंद्रवंशी समाज की अगली बैठक नौ नवंबर (रविवार) को गुलजारबाग में आयोजित की जायेगी. कार्यक्रम में मुख्य रूप से युगेश्वर राम चंद्रवंशी, राजेश वर्मा, दीपक प्रसाद, मनोज प्रसाद, संजय वर्मा, राजनाथ चंद्रवंशी, पवन चंद्रवंशी, शिवदास राम चंद्रवंशी, विजय चंद्रवंशी, विंध्याचल राम, मुनेश्वर वर्मा, अजय सिंह, प्रकाश प्रसाद, शंकर दास चंद्रवंशी, कमलेश वर्मा, पंकज सिंह चंद्रवंशी, राहुल वर्मा आदि उपस्थित थे.
चंद्रवंशी समाज ने किया आयोजन
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