बाबूलाल से प्रदीप व बंधु ने की बात, निकाल रहे रास्ता, इस्तीफा पर भी कर सकते हैं विचार

रांची : भाजपा में झाविमो के विलय का मामला अब भी अटका हुआ है़ झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पार्टी का भाजपा में विलय के पक्ष में है़ं वहीं प्रदीप यादव और बंधु तिर्की का रास्ता अलग है़ दोनाें ही विधायक कांग्रेस की ओर है़ं इधर विधायकों पर 10वीं अनुसूची के तहत दलबदल की भी तलवार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 29, 2020 3:50 AM

रांची : भाजपा में झाविमो के विलय का मामला अब भी अटका हुआ है़ झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पार्टी का भाजपा में विलय के पक्ष में है़ं वहीं प्रदीप यादव और बंधु तिर्की का रास्ता अलग है़ दोनाें ही विधायक कांग्रेस की ओर है़ं इधर विधायकों पर 10वीं अनुसूची के तहत दलबदल की भी तलवार लटक रहा है़ इस बीच तीनों विधायक सुलह का रास्ता निकालना चाहते है़ं पिछले दिनाें झाविमो विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने श्री मरांडी से अलग-अलग बातचीत की़ इसमें 10वीं अनुसूची से बचने का रास्ता निकालने पर चर्चा हुई़ विधायक अपने स्तर पर विशेषज्ञ से बात कर रहे है़ं कानूनी सलाह ले रहे है़ं

आठ फरवरी के बाद विलय की संभव : झाविमो का भाजपा में विलय की संभावना फिलहाल नहीं है़ दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद विलय की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी़ आठ फरवरी के बाद इसकी तैयारी है़ इधर झाविमो विलय की प्रक्रिया पूरी करने में लगा है़ झाविमो नव-गठित कार्यकारिणी बना ली है़ नयी कार्यकारिणी विलय का प्रस्ताव तैयार कर भाजपा केंद्रीय नेतृत्व को भेजेगा़

दलबदल कानून से बचने के लिए झाविमो में हो रहा है मंथन

मरांडी भाजपा में करेंगे पार्टी का विलय, कांग्रेस की ओर प्रदीप-बंधु

दो-तिहाई पर अटक रहा है मामला, पार्टी से बंधु तिर्की हैं निष्कासित

बाबूलाल इस्तीफा पर भी कर सकते हैं विचार

झाविमो सूत्रों के अनुसार अगर दलबदल आड़े आया, तो बाबूलाल मरांडी इस्तीफा पर भी विचार कर सकते है़ं श्री मरांडी इससे समझौता करने के मूड में भी नहीं है़ं इससे पहले भाजपा छोड़ने से पूर्व श्री मरांडी ने इस्तीफा दे दिया था़ झाविमो का गठन कर वह कोडरमा से सांसद का चुनाव लड़े थे.

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