नुस्ली वाडिया ने रतन टाटा पर दायर मानहानि का केस वापस लिया

नयी दिल्ली : बांबे डाइंग के चेयरमैन नुस्ली वाडिया ने टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा और अन्य के खिलाफ दायर 3000 करोड़ रुपये के हर्जाने सहित मानहानि के सारे मामले सोमवार को वापस ले लिये. प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने वाडिया को शीर्ष अदालत में अपनी याचिका वापस लेने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 14, 2020 7:45 AM
नयी दिल्ली : बांबे डाइंग के चेयरमैन नुस्ली वाडिया ने टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा और अन्य के खिलाफ दायर 3000 करोड़ रुपये के हर्जाने सहित मानहानि के सारे मामले सोमवार को वापस ले लिये. प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने वाडिया को शीर्ष अदालत में अपनी याचिका वापस लेने की अनुमति दे दी. इससे पहले, पीठ ने इस कथन को दर्ज किया कि टाटा और अन्य की मंशा वाडिया को बदनाम करने की नहीं थी.
पीठ ने कहा कि टाटा के इस बयान के मद्देनजर कि वाडिया को बदनाम करने की कोई मंशा नहीं थी, जो हाइकोर्ट के नतीजे के अनुरूप है, याचिकाकर्ता को मौजूदा याचिका और हर्जाने के लिए लंबित वाद वापस लेने की अनुमति दी जाती है. पीठ ने वाडिया की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता सीए सुंदरम से कहा कि न्यायालय उनके मुवक्किल के दृष्टिकोण की सराहना करता है. सुप्रीम कोर्ट ने छह जनवरी को वाडिया और टाटा से कहा था कि वे एक साथ बैठक पर मानहानि के मामले में अपने मतभेद दूर करें.
क्या था मामला : वाडिया ने 2016 में रतन टाटा और अन्य के खिलाफ उस समय मानहानि का मामला दायर किया था, जब उन्हें टाटा समूह की कुछ कंपनियों के बोर्ड से हटा दिया गया था.

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