झारखंड विधानसभा का पंचम सत्र : 14 साल बाद सदन में दिखे बाबूलाल मरांडी

मनोज सिंह रांची : झारखंड विधानसभा का पंचम सत्र सोमवार से शुरू हो गया. इस चुनाव राजनीति के कई ऐसे चेहरे है, तो वर्षों बाद सदन में दिखेंगे. राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी 14 साल के बाद सदन में आये हैं. राज्य बनने के समय बाबूलाल मरांडी सांसद व केंद्र में मंत्री थे. मुख्यमंत्री […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 7, 2020 5:06 AM

मनोज सिंह

रांची : झारखंड विधानसभा का पंचम सत्र सोमवार से शुरू हो गया. इस चुनाव राजनीति के कई ऐसे चेहरे है, तो वर्षों बाद सदन में दिखेंगे. राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी 14 साल के बाद सदन में आये हैं. राज्य बनने के समय बाबूलाल मरांडी सांसद व केंद्र में मंत्री थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद श्री मरांडी रामगढ़ से उपचुनाव जीतकर सदन के नेता बने थे.

इसके बाद वह विधानसभा चुुनाव नहीं जीत पाये थे. इस बार धनवार से जीतकर सदन में आये हैं. वहीं तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास इस बार सदन में नहीं दिखेंगे. आजसू नेता सुदेश महतो की सदन में पांच साल के बाद वापसी हुई है. इस सत्र में 23 विधायक पहली बार चुनकर आये हैं.

आज सदन में 22 विधायक पहुंचे. सदन के सबसे अनुभवी नेता प्रो स्टीफन मरांडी हैं. उनको संयुक्त बिहार और झारखंड में करीब आठ साल सदन में रहने अनुभव होगा. प्रो मरांडी 1980 से विधायक हैं. उनके साथ डॉ सरफराज अहमद को भी सदन में 1980 से रहने का अनुभव है. इससे पूर्व वह सात बार सदन का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.

पांच साल वनवास काट पहुंचे कई विधायक

आजसू नेता सुदेश महतो पांच साल का वनवास काटकर फिर सदन पहुंचे हैं. वह पिछली सदन में नहीं थे. इसी तरह माले विधायक विनोद कुमार सिंह बगोदर से, विधायक बंधु तिर्की मांडर से, जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक बन्ना गुप्ता, बेरमो के राजेंद्र प्रसाद सिंह, टुंडी के विधायक मथुरा महतो, लातेहार के विधायक बैजनाथ राम, मधुपुर के विधायक हाजी हुसैन अंसारी, बोरियो के विधायक लोबिन हेम्ब्रम, बरही के उमाशंकर अकेला, बरकट्टा के अमित यादव, घाटशिला के रामदास सोरेन भी सदन पहुंचे हैं.

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