रांची : अंतिम सर्वे या 1932 के आधार पर लागू हो स्थानीय नीति : राजेंद्र

रांची : मूलवासी सदान मोर्चा की कोर कमेटी की बैठक केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में ग्रैंड ऑकेजन कोकर में हुई. उन्होंने कहा कि आदिवासी, मूलवासी झारखंड की आत्मा हैं. इनकी अनदेखी करना राजनीतिक दलों को भारी पड़ेगा. भाजपा सरकार ने इनकी उपेक्षा की. इसी का परिणाम है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 6, 2020 9:33 AM
रांची : मूलवासी सदान मोर्चा की कोर कमेटी की बैठक केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में ग्रैंड ऑकेजन कोकर में हुई. उन्होंने कहा कि आदिवासी, मूलवासी झारखंड की आत्मा हैं. इनकी अनदेखी करना राजनीतिक दलों को भारी पड़ेगा. भाजपा सरकार ने इनकी उपेक्षा की.
इसी का परिणाम है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार हुई. श्री प्रसाद ने कहा कि नयी सरकार पिछड़ी जाति को आबादी के हिसाब से 27 प्रतिशत आरक्षण दे. साथ ही अंतिम सर्वे या 1932 के आधार पर राज्य में स्थानीय नीति को लागू किया जाये.
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि वे अपने सहयोगी के रूप में आदिवासी और मूलवासी दोनों को रखें, ताकि आम जनता की बात उन तक पहुंचे.
कवि व गीतकार क्षितिज कुमार राय ने कहा कि झारखंड में सात सांसद बाहरी हैं, इसे मूलवासी सदान कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे. केंद्रीय प्रवक्ता डॉ अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि 112 प्रखंडों में मूलवासी सदान कभी भी मुखिया, प्रमुख, जिला परिषद अध्यक्ष या सांसद विधायक बन नहीं सकते ऐसी परिस्थिति में मूलवासी सदानों को कैसे राजनीतिक भागीदारी मिलेगी. सरकार इसका रास्ता निकाले.
प्रवक्ता डॉ सुरेश कुमार साहू ने कहा कि सरकार मूलवासी सदान आयोग का गठन करे. कार्यक्रम को मधु मंसूरी, डॉ ब्रजभूषण पाठक, महेंद्र ठाकुर, प्रभात मिश्रा, विशाल कुमार सिंह, अरविंद सेठ, मो हुसैन अंसारी, मनीष देव , रामु साहू, राम लाल साहू, अशोक महतो, चेतन कुमार आदि नेसंबोधित किया.

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