हटिया : 50 लाख लेवी मांगने के मामले में दो गये जेल, बाकी फरार

हटिया : तुपुदाना ओपी क्षेत्र के बालसिरिंग इलाके में रेलवे लाइन बिछाने वाली कंपनी त्रिवेणी इंडिकॉम प्राइवेट लिमिटेड से 50 लाख लेवी मांगने के आरोप में दो अपराधियों को पुलिस ने मंगलवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. इनके नाम खूंटी जिला के कर्रा थाना के हेसला गांव का निवासी निरंजन बाखला व तुपुदाना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 18, 2019 6:08 AM
हटिया : तुपुदाना ओपी क्षेत्र के बालसिरिंग इलाके में रेलवे लाइन बिछाने वाली कंपनी त्रिवेणी इंडिकॉम प्राइवेट लिमिटेड से 50 लाख लेवी मांगने के आरोप में दो अपराधियों को पुलिस ने मंगलवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
इनके नाम खूंटी जिला के कर्रा थाना के हेसला गांव का निवासी निरंजन बाखला व तुपुदाना जोजोसिरिंग निवासी अमृत कच्छप हैं. उनके पास से एक कट्टा, तीन गोली व तीन मोबाइल बरामद किये गये हैं. दोनों ने झारखंड आदिवासी रियल टाइगर संगठन के नाम से लेवी मांगी थी.
पुलिस के अनुसार दोनों ने अन्य सहयोगियों के नाम भी बताये हैं. लेवी लेने के लिए अपराधी इंडिका (जेएच01एजेड-0157) और बोलेरो (जेएच01क्यू-1564) से आये थे. इंडिका में सवार चार अपराधी लेवी की रकम लेनेवाले थे, जबकि बोलेरो से तीन-चार अपराधी निगरानी करनेवाले थे. पकड़े गये दोनों अपराधी इंडिका में सवार थे. वहीं बोलेरो में एडमिन बारला उर्फ बिहारी बारला (ग्राम लापुंग), सुजीत कच्छप (ठुरका टोली), पिकुन मुंडा (तिलमी, कर्रा) व बरना बाखला (कर्रा) सवार थे.
संगठन का प्रमुख बरना बाखला है, जो पहले पीएलएफआइ का एरिया कमांडर रह चुका है. वह जेठा कच्छप के साथ भी काम कर चुका है. तुपुदाना पुलिस का कहना है कि इस संगठन में महादेव कच्छप भी शक के घेरे में है, जो जेठा कच्छप का भाई है. फरार अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. वहीं निरंजन बाखला हत्या, लूट, डकैती व आर्म्स एक्ट मामले में कर्रा थाना से जेल जा चुका है.
तीन लोगों काे उठा ले गये थे : जानकारी के अनुसार सात दिसंबर को 50 लाख लेवी मांगने के लिए करीब एक दर्जन हथियारबंद अपराधी बालसिरिंग स्थित बेस कैंप पहुंचे थे. बेस कैंप में मौजूद लोगों में से दो नाइट गार्ड व एक स्टाफ मनोज झा को रात करीब 12.30 बजे उठाकर ले गये.
इसके बाद कैंप के हेड अनूप कुमार जायसवाल को फोन कर 50 लाख रुपये तुरंत देने अन्यथा तीनों को जान से मार देने की धमकी दी. तब अनूप ने कहा था कि मार देने से क्या फायदा होगा. समय दीजिए हम पैसे की व्यवस्था कर देंगे. उसके बाद अपराधियों ने तीनों को छोड़ दिया. लेकिन बीच-बीच में कंपनी के मैनेजर को फोन कर पैसे की मांग की जाती रही.
इस बीच 16 दिसंबर को कंपनी द्वारा तुपुदाना ओपी पुलिस को रंगदारी मांगने की शिकायत की गयी. तुपुदाना थाना प्रभारी ने कंपनी के लोगों से कहा कि बातचीत करते रहिए. तब कंपनी के लोगों ने अपराधियों से कहा कि चुनाव के कारण पैसे का इंतजाम नहीं हो पाया है. एडवांस में कुछ पैसे दे दिये जायेंगे. इसी वजह से अपराधी पैसा लेने पहुंचे थे.
सादे लिबास में पैसा देने पहुंची थी पुलिस : पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए सादे लिबास में पैसा देने के लिए रिंग रोड पहुंची थी. कार में सवार अपराधियों में से एक पुलिस की गाड़ी के पास पहुंचा और कहा कि पैसा निकालो, तब पुलिस ने उसे पकड़ लिया. इसी बीच दूसरा अपराधी पहुंचा, तो उसे भी पकड़ लिया. दोनों ने बताया कि बालसिरिंग स्थित पुरानी बीयर फैक्टरी के पास बोलेरो में चार अपराधी शराब पी रहे हैं.
पुलिस वहां पहुंची, तो अपराधी गाड़ी छोड़कर भाग गये. तुपुदाना ओपी प्रभारी तारिक अनवर ने बताया कि झारखंड रियल आदिवासी टाइगर संगठन अपने गिरोह में बेरोजगार युवकों को शामिल कर रहा है. इस संगठन में 10-12 अपराधी काम कर रहे हैं.

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