दुष्कर्म के प्रयास का मामला: 11 लोगों का लिया बयान, विधायक प्रदीप यादव से पूछताछ तक नहीं हुई

रांची : एक महिला के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म के प्रयास के नामजद आरोपी विधायक प्रदीप यादव के मामले में देवघर पुलिस अब तक 11 लोगों का बयान ले चुकी है. लेकिन इस मामले में प्राथमिकी के 27 दिनों बाद भी विधायक से पूछताछ करने की जहमत तक पुलिस ने नहीं उठायी है. उन्हें पूछताछ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 31, 2019 2:26 AM

रांची : एक महिला के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म के प्रयास के नामजद आरोपी विधायक प्रदीप यादव के मामले में देवघर पुलिस अब तक 11 लोगों का बयान ले चुकी है. लेकिन इस मामले में प्राथमिकी के 27 दिनों बाद भी विधायक से पूछताछ करने की जहमत तक पुलिस ने नहीं उठायी है. उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस तक नहीं दिया गया है.

जबकि इस तरह के मामलों में पुलिस जांच पूरी करने से पहले ही आमलोगों को गिरफ्त में ले लेती है. इस मामले में पीड़िता ने 20 अप्रैल को कुंडा के होटल शिव सृष्टि पैलेस में घटना की बात प्राथमिकी में कही है. प्राथमिकी तीन मई को दर्ज की गयी. इसके बाद पुलिस उक्त होटल पहुंची.

वहां के सीसीटीवी को जब्त कर फाॅरेंसिक जांच के लिए भेजा. जबकि पुलिस अफसरों को यह पता है कि होटल में लगा उक्त सीसीटीवी महज दिखावा के लिए लगा हुआ था. वह सक्रिय (चालू) नहीं था. इसी तरह पुलिस ने होटल के कमरा संख्या 202 जिसमें घटना की बात कही जा रही है, उसका बेडशीट जब्त किया. उस बेडशीट पर मौजूद बाल भी जब्त किये. लेकिन सवाल यहां भी उठता है कि घटना के बाद उक्त कमरा सील नहीं था. दूसरे लोग भी ठहरे होंगे.
फिर उक्त चादर जिस पर दाग-धब्बा होने और बाल की बात कही जा रही है, वह पीड़िता या आरोपी का है, इस पर संदेह होता है. जानकार यह भी बता रहे हैं कि बाल किसका है, इसका मिलान करने के लिए डीएनए टेस्ट की जरूरत होगी. लेकिन डीएनए टेस्ट किसका होगा, पुलिस यह भी तय नहीं कर सकी है. वरीय अधिकारी के स्तर पर अभी तक मामले की समीक्षा तक नहीं की गयी है. इससे अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि जांच हो रही है या कुछ और?
हालांकि इस बाबत पूछे जाने पर देवघर के प्रभारी एसपी सह एसडीपीओ विकास श्रीवास्तव कहते हैं कि अनुसंधान जारी है. बहुत जल्द मामले में निर्णय ले लिया जायेगा. उधर, आरोपी विधायक प्रदीप यादव से इस बाबत बात करने की कोशिश की गयी, तो उन्होंने कहा कि एक मीटिंग में हूं, आधे घंटे में बात करता हूं. इसके बाद उन्हें और उनके प्रतिनिधि देवेंद्र को कई बार फोन किया गया, लेकिन प्रदीप यादव ने अपना पक्ष नहीं रखा.
जिस सीसीटीवी को पुलिस ने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा, वह चालू ही नहीं था
घटना 20 अप्रैल की, प्राथमिकी तीन मई को हुई, इसके बाद पुलिस ने चादर और बाल किया जब्त
बाल के मिलान के लिए डीएन टेस्ट की पड़ेगी जरूरत, किसका डीएनए होगा, पुलिस ने नहीं किया तय
मीडिया के सवालों का जवाब देने से भाग रहे प्रदीप यादव, फोन नहीं कर रहे रिसीव

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