पिस्कानगड़ी : बुजुर्गों के संसर्ग से बच्चों में आते हैं अच्छे संस्कार

पिस्कानगड़ी : नगड़ी स्थित आदित्य प्रकाश जालान सरस्वती विद्या मंदिर में शनिवार को दादा-दादी, नाना-नानी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि विद्या विकास समिति झारखंड के प्रदेश सचिव मुकेश नंदन ने कहा कि जीवन में बुजुर्गों का क्या महत्व है व बच्चे संयुक्त परिवार का अर्थ जानें, इसे बताने के लिए इस तरह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 12, 2019 8:57 AM
पिस्कानगड़ी : नगड़ी स्थित आदित्य प्रकाश जालान सरस्वती विद्या मंदिर में शनिवार को दादा-दादी, नाना-नानी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि विद्या विकास समिति झारखंड के प्रदेश सचिव मुकेश नंदन ने कहा कि जीवन में बुजुर्गों का क्या महत्व है व बच्चे संयुक्त परिवार का अर्थ जानें, इसे बताने के लिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष करने की योजना है.
डॉ रामकेश पांडेय ने कहा कि भारतीय समाज में दादा-दादी व नाना-नानी का अहम स्थान है. इनके साथ समय बिताने से बच्चों में सही संस्कार पड़ते हैं. समाज को भी समझना होगा कि उनके बच्चों के लिए संयुक्त परिवार कितना जरूरी है. कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने नाटक व नृत्य प्रस्तुत किये. चौथी के प्रीतम भैया ने अपनी दादी को समर्पित गीत से लोगों को भावविभोर कर दिया.
बच्चों ने खुद से बनाये कार्ड देकर दादा-दादी व नाना-नानी को सम्मानित किया. विद्यालय के तरफ से भी सभी को भेंट स्वरूप पुस्तक दी गयी. मंच संचालन संगीता पांडेय व धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य जितेंद्र तिवारी ने किया. कार्यक्रम में कृपा शंकर शर्मा, मोनीता कुमारी, स्वाति सोनी, कामेश्वर ओझा, अनूप कुमार, प्रतीक साहू, सुप्रिया कुमारी, भुनेश्वर साहू, सत्यजीत मंडल, स्वरूप चक्रवर्ती, शिव कुमार, चितरंजन कुमार सहित आचार्य उपस्थित थे

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