रांची : बांग्लादेशी होने के संदेह पर 27 युवकों से पूछताछ, वार्ड 37 के पार्षद ने पुलिस को दी थी सूचना

रांची : धुर्वा थाना क्षेत्र के मौसीबाड़ी में 15 दिनों से किराये के मकान में रह रहे 27 युवकों पर वार्ड 37 के पार्षद आनंद पूर्ति ने बांग्लादेशी होने का शक जाहिर करते हुए इसकी सूचना एसएसपी अनीश गुप्ता को दी. एसएसपी ने हटिया डीएसपी प्रभात रंजन बरवार के नेतृत्व में एक टीम का गठन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 10, 2019 9:03 AM
रांची : धुर्वा थाना क्षेत्र के मौसीबाड़ी में 15 दिनों से किराये के मकान में रह रहे 27 युवकों पर वार्ड 37 के पार्षद आनंद पूर्ति ने बांग्लादेशी होने का शक जाहिर करते हुए इसकी सूचना एसएसपी अनीश गुप्ता को दी.
एसएसपी ने हटिया डीएसपी प्रभात रंजन बरवार के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर जांच करने का आदेश दिया. डीएसपी, धुर्वा थाना प्रभारी राजीव कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी मौसी बाड़ी पहुंचे और जांच की. लेकिन युवकों के बांग्लादेशी हाेने का कोई साक्ष्य पुलिस को नहीं मिला.
सभी ने बताया कि वे पश्चिम बंगाल के मालदा के निवासी हैं. उन युवकों ने अपना अाधार कार्ड व वोटर आइडी भी पुलिस को दिखाया. उसके बाद यह साफ हो गया कि बांग्लादेश से उनका कोई संबंध नहीं है. सभी बिजली का केबल बिछाने वाली कंपनी अशोका बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मजदूर हैं.
चुनाव में बंद है काम
धुर्वा थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया सूचना मिलने के बाद हटिया डीएसपी के साथ हमलोग मौसीबाड़ी पहुंचे. जगन्नाथपुर मंदिर के समीप स्थित मौसीबाड़ी के पास एक किराये के मकान में सभी 27 मजदूर रह रहे थे.
चुनाव के कारण उनका काम बंद हो गया था, जिसके कारण विभिन्न जगहों पर काम करनेवाले सभी मजदूर एक जगह इकट्ठा हो गये थे और 15 दिनों से किराये के मकान में रह रहे थे. वहीं पर सभी के लिए कंपनी की ओर से खाना भी बन रहा था. अशोका बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड के सुपरवाइजर व पेटी ठेकेदारों से भी अलग-अलग इन युवकों के संबंध में जानकारी ली गयी.
कंपनी के काम के लिए मजदूर सप्लाई करने वाले ठेकेदार ने इन सभी को पूरी जानकारी लेने के बाद काम पर लगाया गया है. चूंकि मालदा का निवासी होने के कारण सभी बांग्ला में बात करते हैं. इसलिए पार्षद को शक हुआ. पुलिस ने पूरी तरह से जांच कर ली है. उन युवकों का बांग्लादेश से कोई संबंध नहीं है.

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