झरिया देश में सबसे प्रदूषित रांची में भी हालात चिंताजनक

रांची : ग्रीनपीस इंडिया ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट एयरपोक्लिपस के तीसरे संस्करण में झरिया को देश का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया है. संस्था द्वारा देश के 319 शहरों में वायु प्रदूषण का सर्वेक्षण किया गया था. इस सूची में धनबाद नौवें स्थान पर है. सूची में साल 2017 में शहरों का औसत पॉर्टीकल मैटर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2019 6:56 AM
रांची : ग्रीनपीस इंडिया ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट एयरपोक्लिपस के तीसरे संस्करण में झरिया को देश का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया है. संस्था द्वारा देश के 319 शहरों में वायु प्रदूषण का सर्वेक्षण किया गया था. इस सूची में धनबाद नौवें स्थान पर है.
सूची में साल 2017 में शहरों का औसत पॉर्टीकल मैटर (पीएम) 10 दर्ज किया गया. झरिया का औसत पीएम 10 स्तर 295 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा. यह देश भर में सबसे अधिक है. वहीं, धनबाद का पीएम 238 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर दर्ज किया गया. रिपोर्ट में रांची का पीएम 142 माइक्रोग्राम, सिंदरी 158 माइक्रोग्राम, सरायकेला व जमशेदपुर 131 माइक्रोग्राम और पश्चिमी सिंहभूम 77 माइक्रोग्राम रिकार्ड किया गया.
संस्था की रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) शहरों का प्रदूषण स्तर 30 प्रतिशत भी कम करने में सफल होता है, तब भी झरिया, धनबाद, रांची, सिंदरी जैसे शहर राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता के मानकों को पूरा ही नहीं करेंगे. ग्रीनपीस के सुनील दहिया कहते हैं कि देश में वायु प्रदूषण की स्थिति बताने के लिए दिल्ली का उदाहरण दिया जा रहा है. लेकिन, झारखंड के शहरों की वायु भी गंभीर रूप से प्रदूषित हैं.
2024 तक इन शहरों का प्रदूषण 30 प्रतिशत कम होने पर भी झारखंड के ज्यादातर शहर राष्ट्रीय मानक से अधिक प्रदूषित हवा की चपेट में होंगे. उन्होंने कहा कि एनसीएपी में 2015 के डाटा के आधार पर शहरों को शामिल किया गया है. पर्यावरण मंत्रालय 2017 के डाटा के आधार पर रांची, धनबाद सहित कई शहरों को वायु प्रदूषण की दृष्टि से देश के अयोग्य शहरों की सूची में शामिल कर एनसीएपी के तहत काम किया जाना चाहिए.