सीएम रघुवर दास ने दिखायी कुंभ स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी, कहा, झारखंड से पलायन रोकना मुख्य उद्देश्य
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना. कुंभ स्पेशल ट्रेन से 800 लोग रवाना हुए रांची : मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तरह मंगलवार को कुंभ स्पेशल ट्रेन से 800 लोग रवाना हुए. ट्रेन को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हटिया स्टेशन में हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गरीब […]
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना. कुंभ स्पेशल ट्रेन से 800 लोग रवाना हुए
रांची : मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तरह मंगलवार को कुंभ स्पेशल ट्रेन से 800 लोग रवाना हुए. ट्रेन को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हटिया स्टेशन में हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गरीब लोगों के लिए यह योजना शुरू की है, जो पैसे के कारण तीर्थ यात्रा नहीं कर पाते हैं. इससे पहले सरकार ने लोगों को पुरी की यात्रा करायी है. उन्होंने लोगों को ट्रेन में जाकर यात्रा की शुभकामनाएं दीं.
मुख्यमंत्री ने चमरू साहा व बसंती देवी को यात्रा कीट व प्रतीक के ताैर पर टिकट प्रदान किया. मंत्री अमर कुमर बाउरी ने कहा कि बुजुर्गों की इच्छा हाेती है कि तीर्थ यात्रा करें. मुख्यमंत्री ने श्रवण कुमार की तरह राज्य के बुजुर्गों के लिए यह योजना बनायी है, जिससे गरीब लोग जीवन के अंतिम समय में तीर्थ कर मोक्ष प्राप्त कर सकें.
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, सांसद रामटहल चौधरी, विधायक नवीन जायसवाल, पर्यटन विभाग के सचिव राहुल शर्मा, डीआरएम विजय गुप्ता सहित रेलवे के अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
मालूम हो कि राज्य के कोल्हान, दक्षिणी छोटानागपुर एवं पलामू प्रमंडल के कुल 11 जिलों से 800 बीपीएल श्रेणी के तीर्थ यात्री मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना से प्रयाग में आयोजित कुंभ मेले में स्नान करने गये. इस योजना के लिए पर्यटन विभाग द्वारा आइआरसीटीसी के साथ एमओयू कर राज्य के निर्धन परिवार के लोगों को तीर्थ दर्शन कराने की योजना तैयार की गयी है.
ट्रेन मंगलवार को टाटानगर स्टेशन से चल कर हटिया पहुंची. हटिया से डालटनगंज होते हुए बुधवार को करीब 11.00 बजे प्रयास पहुंचेगी. 31 जनवरी को शाम में यह ट्रेन प्रयाग स्टेशन से हटिया के लिए प्रस्थान करेगी. पर्यटन विभाग द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए 70 लाख रुपये व्यय किये जा रहे हैं.
कहां-कहां से कितने यात्री
रांची से 100, खूंटी से 65, लोहरदगा से 65, गुमला से 65, पलामू से 70, गढ़वा से 70, लातेहार से 65, पूर्वी सिंहभूम से 100, पश्चमी सिंहभूम से 75, व सरायकेला से 65 यात्री कुंभ गये.
