जल रहा है झारखंड, मजे ले रही सरकार : हेमंत सोरेन
रांची : नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार लगातार गरीबों और किसानों का मजाक उड़ा रही है. उनके घावों पर मरहम की जगह नमक छिड़क रही है. गांवों की स्थिति भयावह है. किसान अनाजों के लिए तरस रहे हैं. गरीब भूख से संघर्ष कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ सरकार स्थापना दिवस पर […]
रांची : नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार लगातार गरीबों और किसानों का मजाक उड़ा रही है. उनके घावों पर मरहम की जगह नमक छिड़क रही है. गांवों की स्थिति भयावह है. किसान अनाजों के लिए तरस रहे हैं.
गरीब भूख से संघर्ष कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ सरकार स्थापना दिवस पर करोड़ों रुपये खर्च कर उत्सव मना रही है. आज झारखंड जल रहा है और सरकार गीत-संगीत का मजा ले रही है.
उन्होंने कहा कि झारखंड की आबादी का एक बड़ा हिस्सा भुखमरी एवं सुखाड़ की विपदा का सामना कर रहा है. इस बार मात्र 40 प्रतिशत धान की रोपनी हो पायी है. खेत सूखे पड़े हैं. सुखाड़ से निबटने के लिए घोषित योजनाओं का एक पैसा किसानों को नहीं मिला. श्री सोरेन ने कहा कि सरकार के खजाने में 500 करोड़ रुपये नहीं हैं.
सरकारी कर्मचारियों पर प्रतिमाह करोड़ों रुपये खर्च होते हैं. किसी भी दिन वेतन बंद हो सकता है. वहीं दूसरी तरफ सरकार प्रतिदिन लाखों रुपये खर्च कर नये-नये कार्यक्रमों का आयोजन कर तमाशा कर रही है. श्री सोरेन ने कहा कि यह कैसा स्थापना दिवस मनाया जा रहा है, जिसमें राज्य के लोगों काे ही भाग लेने से रोका जा रहा है.
जगह जगह वाहनों की चेकिंग की जा रही है. पारा शिक्षक से लेकर आंगनबाड़ी कर्मचारियों व रसोइया को गिरफ्तार किया जा रहा है. श्री सोरेन ने कहा कि आज जो मोरहाबादी में जुटान हुआ है. वह राज्य के पूंजीपति व धन पशुओं का हुआ है, जबकि राज्य की असली जनता तो राजधानी से बाहर खेत में है.