23 साल से रावण का पुतला बना रहे गया के मो मुस्लिम

रांची : दशहरा के अवसर पर रांची के मोरहाबादी, अरगोड़ा, एचइसी सहित आसपास के इलाके में रावण दहन की पुरानी परंपरा रही है. मो मुस्लिम रावण के पुतले बनाने में माहिर हैं. मोरहाबादी, अरगोड़ा अौर नगड़ी में होनेवाले कार्यक्रम के लिए इनकी टीम पुतले बनाने में जुटी है. मो मुस्लिम ने कहा उनकी टीम पिछले […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 18, 2018 7:31 AM
रांची : दशहरा के अवसर पर रांची के मोरहाबादी, अरगोड़ा, एचइसी सहित आसपास के इलाके में रावण दहन की पुरानी परंपरा रही है. मो मुस्लिम रावण के पुतले बनाने में माहिर हैं. मोरहाबादी, अरगोड़ा अौर नगड़ी में होनेवाले कार्यक्रम के लिए इनकी टीम पुतले बनाने में जुटी है. मो मुस्लिम ने कहा उनकी टीम पिछले 23 वर्ष से रांची में होनेवाले कार्यक्रम के लिए पुतले बना रही है. उनकी टीम में अभी 14 कारीगर हैं और सभी मुस्लिम समुदाय के हैं.
मो मुस्लिम बताया कि वे मूलत: गया निवासी हैं. गया में उनके मोहल्ले में रहनेवाले एक व्यक्ति से पुतला बनाने की कला सीखी. दशहरा के समय वे काफी व्यस्त रहते हैं. उनके पास कई जगह से पुतला बनाने के लिए डिमांड आती है, लेकिन वे सभी जगह नहीं जा पाते. वर्ष के बाकी दिनों में लाइटिंग अौर माली का काम करते हैं. पुतला निर्माण के बारे में वे कहते हैं कि यह काफी काफी खुशी देता है. वे पुतला निर्माण के बाद उसके दहन में भी शामिल होते हैं. कहते हैं पुतला बनाना काफी श्रमसाध्य है और बहुत वक्त लगता है. उन्होंने कहा कि मैं यही चाहता हूं कि हिंदुस्तान में हिंदू-मुसलमान दोनों खुशी-खुशी और मिलकर रहें और हर त्योहार की खुशियां मिलकर बांटें.

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