माले के साथ जाकर झामुमो ने बाबूलाल का रास्ता काटा, बाबूलाल भी छोटे दलों को समेटने में लगे

रांची : यूपीए के अंदर गठबंधन की गुत्थी उलझती जा रही है़ यूपीए खेमा में प्रेशर पॉलिटिक्स का खेल शुरू हो गया है़ सोमवार को माले ने कोडरमा में रैली आयोजित कर अपनी ताकत दिखायी़ इस रैली में शामिल होने के लिए प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन को निमंत्रण दिया था़ हालांकि झामुमो की ओर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2018 6:36 AM
रांची : यूपीए के अंदर गठबंधन की गुत्थी उलझती जा रही है़ यूपीए खेमा में प्रेशर पॉलिटिक्स का खेल शुरू हो गया है़ सोमवार को माले ने कोडरमा में रैली आयोजित कर अपनी ताकत दिखायी़ इस रैली में शामिल होने के लिए प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन को निमंत्रण दिया था़
हालांकि झामुमो की ओर से जगरनाथ महतो रैली में शामिल हुए़ उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए माले के उम्मीदवार को जिताने की अपील की़ इस तरह झामुमो ने माले का साथ देकर झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का रास्ता काटने की कोशिश की है़
क्योंकि श्री मरांडी भी कोडरमा से तैयारी कर रहे है़ं वह यूपीए खेमा में अपने पक्ष में माहौल बनाने में लगे है़ं लेकिन झामुमो ने माले के बहाने दबाव बनाया है़ मालूम हो कि श्री मरांडी यूपीए के घटक दलों से जल्द से जल्द सीट बंटवारे के लिए कह रहे हैं, लेकिन कांग्रेस-झामुमो की ओर से पहल नहीं की गयी है़ सीट बंटवारे से पहले ही दांव-पेच शुरू है़ झामुमो की कोशिश है कि झाविमो को बैकफुट पर रखा जाये़
गोड्डा सीट पर भी फंस रहा है मामला : इधर झाविमो की दावेदारी गोड्डा सीट पर है, लेकिन इस सीट को लेकर भी यूपीए गठबंधन में किचकिच तय है़ कांग्रेस नेता फुरकान अंसारी इस सीट को लेकर तनातनी के मूड में है़ं हाल ही में मधुपुर में सभा कर झाविमो को निशाने पर भी लिया़ यूपीए के अंदर जो प्लॉट तैयार हो रहा है, उसमें सीटों का बंटवारा आसान नहीं होगा़ कांग्रेस झामुमो के सामने बहुत इधर-उधर करने के लिए तैयार नहीं है़ कांग्रेस को झारखंड में गठबंधन के सहारे की जरूरत है़
बाबूलाल भी छोटे दलों को समेटने में लगे
बाबूलाल मरांडी भी यूपीए के अंदर की उठापटक को भांप चुके है़ ऐसे में झाविमो भी छोटे-छोटे दलों को अपने फोल्डर में समेटने में लगा है़ झापा, बसपा सहित दूसरे दलों से संपर्क किया जा रहा है. बाबूलाल इनको जोड़ कर अपनी ताकत बढ़ाने की कोशिश में है़ं