एचडीएफसी बैंक के क्लासिक कस्टमर को अब एफडी के साथ रखना होगा पांच लाख रुपये
रांची: भारतीय स्टेट बैंक के बाद अब एचडीएफसी बैंक ने अपने क्लासिक ग्राहकों के लिए महीने के न्यूनतम बैलेंस की नयी सीमा तय कर दी है. बैंक द्वारा किये गये बदलाव नौ दिसंबर 2017 से प्रभावी हो जायेंगे. क्लासिक कस्टमर को एक लाख रुपये के न्यूनतम मासिक बैलेंस के साथ-साथ पांच लाख रुपये का फिक्सड […]
रांची: भारतीय स्टेट बैंक के बाद अब एचडीएफसी बैंक ने अपने क्लासिक ग्राहकों के लिए महीने के न्यूनतम बैलेंस की नयी सीमा तय कर दी है. बैंक द्वारा किये गये बदलाव नौ दिसंबर 2017 से प्रभावी हो जायेंगे. क्लासिक कस्टमर को एक लाख रुपये के न्यूनतम मासिक बैलेंस के साथ-साथ पांच लाख रुपये का फिक्सड डिपॉजिट अपने सेविंग्स खाते के साथ रखना जरूरी कर दिया गया है.
यह बैलेंस मासिक और तिमाही स्तर पर हर हाल में बरकरार रखना होगा. बैंक के खाताधारकों के लिए पहले यह सीमा दस हजार रुपये तक महीने की थी. बैंक की तरफ से अपने क्लासिक कस्टमर के लिए कई सुविधाएं देने की घोषणा भी की गयी है. महीने में पांच बार क्लासिक खाताधारक पांच बार निशुल्क नगद ट्रांजैक्शन कर सकते हैं.
मोबाइल बैंकिंग और नेट बैंकिंग के तहत एनइएफटी और आरटीजीएस बिल्कुल मुफ्त कर दिया गया है. ऐसे खाताधारकों को किसी प्रकार का चार्ज बैंक को नहीं देना होगा. क्लासिक खाताधारकों को महीने में असीमित एटीएम उपयोग करने की इजाजत भी दी गयी है. दूसरे बैंकों से एचडीएफसी के डेबिट कार्ड से पैसे की निकासी करने पर किसी तरह का चार्ज भी खाताधारकों को नहीं देना होगा. खाताधारकों को लॉकर की सुविधा रखने पर 25 प्रतिशत तक की छूट भी दी जायेगी. वार्षिक रखरखाव चार्ज भी शुन्य कर दिया गया है. डिजीटल नीति को बढ़ावा देने के लिए नेटबैंकिंग के तहत दो सौ तरह के लेन-देन नि:शुल्क होंगे. मोबाइल बैंकिंग के तहत 120 ट्रांजैक्शन की नि:शुल्क सुविधा मोबाइल बैंकिंग से दी जायेगी.
