आज संस्कृत को विश्व के कई देश अपना रहे हैं : सचिव
आज संस्कृत को विश्व के कई देश अपना रहे हैं : सचिव
रामप्रसाद चंद्रभान में संस्कृत दिवस मनाया गया रामगढ़. रामप्रसाद चंद्रभान सरस्वती विद्या मंदिर, रामगढ़ में मंगलवार को संस्कृत दिवस का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रवीण ने की. मुख्य अतिथि विद्यालय के सचिव शंकरलाल अग्रवाल ने कहा कि संस्कृत के कारण हम भारतीय गौरव महसूस करते हैं. आज संस्कृत को विश्व के कई देश अपना रहे हैं. विश्व में अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जापान में अच्छे-अच्छे विद्वान संस्कृत का अध्ययन कर अपने परिवार के बच्चों को संस्कृत का अध्ययन करा रहे हैं. उन्होंने विद्यालय के सभी छात्र-छात्रों से कहा कि आप सभी भाग्यशाली हैं कि आपको संस्कृत पढ़ने का मौका मिल रहा है. जब आप संस्कृत को अच्छे ढंग से समझेंगे, तभी भारतीय ज्ञान -विज्ञान की बातों को बेहतर समझ पायेंगे. मुख्य वक्ता संस्कृत भारती के झारखंड प्रदेश विद्यालय प्रभारी डॉ कश्यप ने कहा कि संस्कृत प्रामाणिक और वैज्ञानिक भाषा है. संस्कृत के माध्यम से भारतीय ज्ञान -विज्ञान की बातें आसानी से हम लोग समझ सकते हैं. सुबह-शाम हम सभी को मंत्र का उच्चारण अवश्य करना चाहिए. हमारे भारतीय ऋषि मुनि संस्कृत का प्रतिदिन उच्चारण करते थे. विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रवीण ने कहा कि हम भारतीयों की अस्मिता संस्कृत में ही निहित है. कार्यक्रम का संचालन संस्कृत के आचार्य कन्हैया कुमार ने किया. धन्यवाद ज्ञापन श्रीकांत द्विवेदी ने किया. इस अवसर पर विद्यालय के आचार्य दिनेश कुमार महतो, कुमकुम झा, भोलानाथ घोष, दयाशंकर तिवारी, मनोज पंडित उपस्थित थे.
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