रैयतों ने की अधिग्रहित अतिरिक्त भूमि वापसी की मांग
रैयतों ने की अधिग्रहित अतिरिक्त भूमि वापसी की मांग
उरीमारी. विस्थापित संघर्ष मोर्चा पोटंगा पंचायत, असवा के ग्रामीणों ने गुरुवार को बैठक कर उरीमारी परियोजना प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है. ग्रामीणों ने अधिग्रहित अतिरिक्त भूमि को विस्थापितों को वापस करने की मांग की. कहा कि मौजा असवा व अन्य गांव के रैयतों की भूमि उरीमारी परियोजना में 1975 में अधिग्रहित हुई थी. इसके बदले अब तक केवल 30-40 लोगों को ही नौकरी मिली है. शेष 90 ग्रामीणों को अब तक नौकरी नहीं दी गयी है. ग्रामीणों ने बताया कि प्रबंधन द्वारा शेष भूमि का उपयोग नहीं किया गया है. परियोजना के लिए आवश्यक भूमि का ज्यादातर उपयोग पूरा हो चुका है. ऐसे में अधिशेष भूमि को मूल रैयतों को वापस किया जाये. ग्रामीणों ने कहा कि यदि सात दिन में प्रबंधन ने जमीन वापस नहीं किया, तो आंदोलन शुरू कर दिया जायेगा. बैठक में मुखिया चरका करमाली, विसमो सचिव महादेव बेसरा, महेश गंझू, विक्रम सोरेन, जुगल सोरेन, रामवृक्ष सोरेन, फुकेश्वर गंझू, सोमरा उरांव, खीरू उरांव, महेश करमाली, विदेशी मांझी, विनोद मांझी, सावना मुर्मू, जितेंद्र सोरेन, सरोज मुर्मू, ललिता देवी, सरिता देवी, शीला देवी, रिंकी देवी, पूनम देवी, रंजना देवी उपस्थित थे.
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