बायोमेट्रिक अटेंडेंस के आधार पर मिलेगा वेतन : वीसी
नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय (एनपीयू) के कुलपति डॉ. दिनेश कुमार सिंह ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में विश्वविद्यालय से जुड़ी कई जानकारी दी.
जहां प्रोफेसर नहीं है, वहां संबंधित विषय के टॉपर छात्रों को घंटी आधारित शिक्षण कार्य के लिए नियुक्त किया जायेगा.
प्रतिनिधि, मेदिनीनगर
नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय (एनपीयू) के कुलपति डॉ. दिनेश कुमार सिंह ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में विश्वविद्यालय से जुड़ी कई जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एनपीयू के छह अंगीभूत कॉलेजों में कई विभागों का ताला नहीं खुलता है और कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर गंभीर लापरवाही बरती जा रही है. अब एक नवंबर से पहले सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालय में बायोमेट्रिक मशीनें लगायी जायेंगी. कर्मचारियों को प्रतिदिन तीन बार सुबह 10 बजे, दोपहर 1 बजे और शाम 4 बजे बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करनी होगी. इसी के आधार पर वेतन का भुगतान किया जायेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
कुलपति ने यह भी बताया कि जिन विभागों में प्रोफेसर नहीं हैं, वहां 15 दिनों के भीतर संबंधित विषय के टॉपर छात्रों को घंटी आधारित शिक्षण कार्य के लिए नियुक्त किया जायेगा. हालांकि, नियुक्ति से पहले उनके चरित्र का आकलन किया जायेगा. चरित्र ठीक न होने पर किसी भी परिस्थिति में बहाली नहीं की जायेगी. सरकार से घंटी आधारित शिक्षकों की बहाली को लेकर बातचीत जारी है.वोकेशनल कोर्स को ‘ग’ बिल्डिंग के प्रथम तल में शिफ्ट किया जायेगा. इसके लिए फर्नीचर खरीदने का टेंडर पहले रद्द कर दिया गया था, जिसे अब दो दिनों के भीतर पुनः जारी किया जायेगा.
इसके अलावा, कुलपति ने घोषणा की कि अब हर वर्ष दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जायेगा. चूंकि केवल एक वर्ष के छात्रों को ही डिग्री दी जायेगी, इसलिए बजट की आवश्यकता कम होगी और कार्यक्रम ऑडिटोरियम में भी संभव है. राजभवन ने भी वार्षिक दीक्षांत समारोह आयोजित करने का निर्देश दिया है. मौके पर रजिस्ट्रार डॉ. नफीस अहमद, डीएसडब्ल्यू डॉ. एसके पांडेय और परीक्षा नियंत्रक अजीत सेठ उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
