उग्रवादी मुखदेव यादव का हुआ पोस्टमार्टम, परिजनों को सौंपा शव
रविवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था सब जोनल कमांडर
रविवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था सब जोनल कमांडर प्रतिनिधि, मेदिनीनगर पलामू जिले के मनातू थाना क्षेत्र के जंगल में रविवार सुबह पुलिस और टीएसपीसी नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में मारे गये सबजोनल कमांडर मुखदेव यादव उर्फ तूफान का सोमवार को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराया गया. सदर बीडीओ जागो महतो मजिस्ट्रेट के रूप में मौजूद रहे. तीन सदस्यीय चिकित्सक दल डॉ. कादिर परवेज, डॉ. गौरव विशाल और डॉ. विजय कुमार सिंह ने वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम किया. सूत्रों के अनुसार, मुखदेव यादव को सात गोलियां लगी थीं. एक गोली सिर पर, दूसरी बाएं गाल पर, तीसरी दाहिने जबड़े पर, तीन गोली नाभि से ऊपर व गर्दन के नीचे और एक गोली रीढ़ की हड्डी में फंसी पायी गयी. मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने शव के पास से इंसास राइफल, 150 से अधिक गोली और अन्य सामग्रियां बरामद की थीं. 2018 में संगठन से जुड़ा था परिजनों के अनुसार, मुखदेव यादव मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था. वर्ष 2017 में उसके चचेरे भाई द्वारा ट्रैक्टर जलाने का मामला दर्ज किये जाने के बाद वह पुलिस से बचने के लिए 2018 में टीएसपीसी संगठन में शामिल हो गया और फिर घर नहीं लौटा. मृतक का भाई रामदेव यादव ने बताया कि मुखदेव छह भाइयों और दो बहनों में पांचवें नंबर पर था. उसकी शादी 2005 में हुई थी. परिवार में उसकी चार बेटियां और एक बेटा है. इनमें एक बेटी की शादी हो चुकी है, जबकि तीन बेटियां 5, 11 और 18 वर्ष की हैं. बेटे की उम्र 17 वर्ष है. रामदेव यादव ने बताया कि रविवार सुबह समाचार माध्यमों से उन्हें भाई की मौत की जानकारी मिली. सोमवार को पोस्टमार्टम की सूचना के बाद वे अपने तीन बेटों और अन्य परिजनों संग मेदिनीनगर एमएमसीएच पहुंचे. पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के भाई रामदेव यादव, भतीजे विनोद कुमार यादव, रविंद्र कुमार यादव, सनोज कुमार यादव और गांव के अन्य पांच लोग मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
