छात्रहित के मुद्दों को लेकर एनएसयूआइ अनशन कल से
एनएसयूआइ ने विभिन्न मांगों को लेकर एक अगस्त से आमरण अनशन शुरू करेगा.
मेदिनीनगर. एनएसयूआइ ने विभिन्न मांगों को लेकर एक अगस्त से आमरण अनशन शुरू करेगा. इसे लेकर एनएसयूआइ के विश्वविद्यालय व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को भी इसकी सूचना दी गयी है. एनएसयूआइ के पदाधिकारियों का कहना है कि नामांकन में भाई-भतीजावाद, जीएसटी घोटाला, फर्जी मूर्ति निर्माण, छात्रों से जुड़े शैक्षणिक मुद्दों पर आमरण-अनशन शुरू किया जा रहा है. एनएसयूआइ विश्वविद्यालय अध्यक्ष आशीष ठाकुर ने विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र सौंपकर घोषणा की है कि यदि समय रहते समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो, एक अगस्त से विश्वविद्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू किया जायेगा. उनकी मांगे पूरी नहीं की गयी तो यह आंदोलन एनपीयू तक सीमित नहीं रहेगा. झारखंड भर में छात्र सड़कों पर उतरेंगे. कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में छात्र-छात्राओं के बीच इस आंदोलन को लेकर उत्साह व समर्थन देखा जा रहा है. आरोप लगाया कि प्रशासन की चुप्पी व निष्क्रियता पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं. जिन मुख्य मुद्दे पर एनएसयूआइ ने आवाज उठाया है. उनमें पीएचडी 2023 में भारी गड़बड़ी और भाई-भतीजावाद, बिना योग्यता वाले उम्मीदवारों को जोड़ने के आरोप लगे हैं. आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में डिजिटल बोर्ड की खरीदारी सहित कई खरीद प्रक्रियाओं में जीएसटी चोरी की बात सामने आयी है. विश्वविद्यालय परिसर में मूर्ति निर्माण में भारी अनियमितता का आरोप है. जिसकी जांच नहीं हुई है. परीक्षा और मूल्यांकन प्रणाली की पारदर्शिता, महिला कॉलेजों की व्यवस्था, छात्रसंघ चुनाव आदि जैसे मुद्दे भी छात्रों की सूची में शामिल हैं.
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