खनवां उत्क्रमित मवि में बुनियादी सुविधाओं का अभाव
खनवां उत्क्रमित मवि में बुनियादी सुविधाओं का अभाव
मेदिनीनगर ़ सदर प्रखंड के उत्तर दिशा में, पाटन सीमा और अमानत नदी के किनारे स्थित खनवां उत्क्रमित मध्य विद्यालय बदहाली के दौर से गुजर रहा है. विद्यालय में बुनियादी संरचनात्मक सुविधाओं का भारी अभाव है, जिससे शिक्षण कार्य बाधित हो रहा है और छात्रों की सुरक्षा भी खतरे में है। भवन जर्जर, किचन शेड नहीं, चहारदीवारी खस्ताहाल विद्यालय में कुल चार कमरे हैं, जिनमें से दो कमरे पूरी तरह जर्जर हो चुके हैं और कभी भी धराशायी हो सकते हैं. इन्हीं में से एक छोटे से कमरे को कार्यालय के रूप में प्रयोग किया जा रहा है. वहीं मध्याह्न भोजन के लिए भी कोई अलग किचन शेड नहीं है; एक जर्जर कमरे में किसी तरह खाना बनाया जाता है. छत का प्लास्टर लगातार गिर रहा भी टूट-फूट चुकी है, जिससे सुरक्षा की दृष्टि से गंभीर खतरा बना हुआ है। 133 नामांकित, 70 की उपस्थिति; शिक्षकों की संख्या चार विद्यालय में कुल 133 छात्र नामांकित हैं, जिनमें से औसतन 70 छात्र प्रतिदिन उपस्थित रहते हैं. शिक्षकों की संख्या चार है, जिसमें दो स्थायी सरकारी शिक्षक तथा दो सहायक शिक्षक कार्यरत हैं. शिक्षकों की कम संख्या के कारण भी शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है. बिजली-पानी और शौचालय की सुविधा है, पर भवन की कमी बनी सबसे बड़ी चुनौती प्रधानाध्यापक गौरीशंकर चौधरी ने बताया कि विद्यालय में बिजली, पानी और शौचालय की व्यवस्था तो है, लेकिन मजबूत भवन और सुरक्षित चारदीवारी का घोर अभाव है। इन समस्याओं की जानकारी प्रखंड संसाधन केंद्र को कई बार दी जा चुकी है, पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। प्रशासन से शीघ्र हस्तक्षेप की मांग विद्यालय की स्थिति को देखते हुए अभिभावक, शिक्षक और ग्रामीणों ने प्रशासन से शीघ्र हस्तक्षेप की मांग की है। यदि समय रहते जरूरी मरम्मत और निर्माण कार्य नहीं कराए गए, तो कभी भी कोई गंभीर दुर्घटना हो सकती है़
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
