Jharkhand News: झारखंड निवासी नेवी ऑफिसर को महाराष्ट्र में जिंदा जलाया, चेन्नई से किया था अपहरण

पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के पूर्वडीहा निवासी नेवी अधिकारी सूरज दुबे (27 वर्षीय) का 30 जनवरी को चेन्नई एयरपोर्ट से तीन अपराधियों ने अपहरण कर लिया. दस लाख फिरौती नहीं मिलने पर पांच फरवरी को महाराष्ट्र के पालघर में तीनों अपराधियों ने उन्हें जिंदा जला दिया.

By Prabhat Khabar | February 7, 2021 10:11 AM

चेन्नई-मेदिनीनगर: पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के पूर्वडीहा निवासी नेवी अधिकारी सूरज दुबे (27 वर्षीय) का 30 जनवरी को चेन्नई एयरपोर्ट से तीन अपराधियों ने अपहरण कर लिया. दस लाख फिरौती नहीं मिलने पर पांच फरवरी को महाराष्ट्र के पालघर में तीनों अपराधियों ने उन्हें जिंदा जला दिया. महाराष्ट्र के पालघर के एसपी दत्तात्रय शिंदे ने बताया कि सूरज दुबे की तैनाती कोयंबटूर के पास आइएनएस अग्रणी पर थी.

सूरज छुट्टी मनाकर ड्यूटी करने 30 जनवरी को चेन्नई एयरपोर्ट रात नौ बजे पहुंचे. उसी वक्त तीन हथियारबंद अपराधी आये और उनका अपहरण कर लिया. तीन दिनों तक चेन्नई में रखने के बाद अपहर्ता उन्हें पालघर ले आये थे और छोड़ने के एवज में 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी गयी थी. पुलिस का मानना है कि फिरौती नहीं मिलने पर अपहर्ताओं ने उन्हें शुक्रवार को पालघर के जंगल में ले जाकर जलाकर मार दिया.

  • 30 जनवरी को पलामू के पूर्वडीहा स्थित घर से छुट्टी मना सूरज पहुंचा था चेन्नई

  • चेन्नई एयरपोर्ट के बाहर रात नौ बजे तीन लोगों ने उनका अपहरण कर लिया था

  • तीन दिनों तक चेन्नई में रखने के बाद अपहर्ता उन्हें पालघर ले आये थे

  • आखिर जवान सूरज चेन्नई से मुंबई कैसे पहुंच गया. यह गंभीर मामला है और जांच का विषय है.

10 लाख रुपये फिरौती मांगी थी, नहीं मिलने पर जिंदा जलाया था : पुलिस के मुताबिक, सूरज को जलाते हुए एक व्यक्ति ने देखा था और उसने शोर मचाया था. इसके बाद अपहरणकर्ता उन्हें जलता हुआ छोड़ कर भाग गये थे. उसी व्यक्ति ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने सूरज को उप जिला अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां होश आने पर उन्होंने खुद के अपहरण के बारे में बताया था. हालत बिगड़ने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मुंबई रेफर कर दिया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने शनिवार को दम तोड़ दिया. पालघर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अपहरण और हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.

एक माह की छुट्टी के बाद लौटे थे चेन्नई : सूरज दुबे लगभग एक माह छुट्टी बिताने के बाद ड्यूटी ज्वाइन करने 30 जनवरी को सुबह आठ बजे घर से निकले थे. परिजनों के अनुसार, 30 जनवरी को ही शाम 6:30 बजे वह हैदराबाद में थे. उस समय तक उनसे बातचीत हुई थी. उसके बाद से उनका मोबाइल बंद पाया गया. जब वह अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचे, तो पदाधिकारियों ने घर पर फोन कर सूरज के नहीं पहुंचने की जानकारी ली.

पिता मिथिलेश दुबे ने चैनपुर थाना में लापता होने का मामला भी दर्ज कराया. इसी बीच पांच फरवरी को परिजनों को सूचना मिली कि सूरज को घायलावस्था में मुंबई के एक नाला से बरामद किया गया है. सूचना मिलने पर पिता मिथिलेश दुबे मुंबई के लिए रवाना हो गये. मामले में सांसद वीडी राम ने भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को इसे खोज निकालने के लिए पत्र लिखा था़

Posted by: Pritish Sahay

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