पीएम आवास योजना शहरी में छह साल बाद भी अधूरा किफायती आवास
सिर्फ 12 लाभुकों को मिला घर, बाकी कर रहे इंतजार
सिर्फ 12 लाभुकों को मिला घर, बाकी कर रहे इंतजार प्रतिनिधि, मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के सुदना अघोर आश्रम रोड में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत 240 यूनिट किफायती आवास का निर्माण कार्य वर्षों से अधूरा पड़ा है.नगर विकास विभाग की स्वीकृति के बाद वर्ष 2019 में आवास निर्माण कार्य शुरू हुआ था, जिसे तीन वर्ष में पूरा करना था। लेकिन शिलान्यास के छह साल बाद भी निर्माण कार्य अधूरा है. जानकारी के अनुसार, अब तक खंड-बी के सिर्फ 12 लाभुकों को ही आवास की चाबी दी गयी है, जबकि अधिकांश लाभुकों ने किस्त की राशि जमा करने के बाद भी अपने घर का इंतजार कर रहे हैं. लाभुक किस्त नहीं जमा कर रहे : निगम प्रशासन नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त विश्वजीत महतो ने बताया कि किफायती आवास योजना में विलंब का मुख्य कारण लाभुकों की उदासीनता है.उन्होंने कहा कि लाभुकों को 3.91 लाख रुपये चार किस्तों में जमा करने हैं, लेकिन कई लोगों ने अब तक राशि नहीं दी है. निगम प्रशासन ने ऐसे लाभुकों को नोटिस जारी करते हुए चेतावनी दी है कि किस्त की राशि जमा नहीं करने पर आवास आवंटन रद्द कर दिया जायेगा. क्या है किफायती आवास योजना का उद्देश्य प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) का उद्देश्य गरीबों व निम्न आय वर्ग के लोगों को पक्का घर उपलब्ध कराना है.एक यूनिट आवास की लागत 6.50 लाख रुपये है, जिसमें 3.91 लाख रुपये लाभुक द्वारा जमा किए जाते हैं.शेष राशि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर वहन करती है. सरकार ने इस योजना के लाभुकों को कम ब्याज दर पर ऋण सुविधा का भी प्रावधान किया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
