सेविकाओं से ऑडिट के नाम पर 300 रुपये वसूले गये

सेविकाओं से ऑडिट के नाम पर 300 रुपये वसूले गये

By Akarsh Aniket | October 13, 2025 9:37 PM

प्रतिनिधि, मेदिनीनगर समाज कल्याण विभाग की विश्रामपुर परियोजना में कार्यरत आंगनबाड़ी सेविकाओं ने महिला पर्यवेक्षिका शिमला कुमारी और एकता नाथ पर ऑडिट के नाम पर प्रति केंद्र 300 रुपये वसूली का आरोप लगाया है. इस मामले को लेकर कांग्रेस की पूर्व महिला जिलाध्यक्ष इंदु भगत ने समाज कल्याण विभाग के सचिव एवं निदेशक को लिखित शिकायत पत्र भेजा था. शिकायत के आलोक में विभाग के निदेशक ने पलामू डीसी को जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. इसके बाद उपायुक्त ने जांच का जिम्मा प्रशिक्षु आइएएस हिमांशु लाल को सौंपा है, जिन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है.

ऑडिट व पोषाहार के नाम पर वसूली

शिकायत में कहा गया है कि कोरोना काल में पोषाहार आपूर्ति के ऑडिट के नाम पर प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र से 300 रुपये वसूले गये. आरोप है कि पैसा नहीं देने पर सेविकाओं को चयनमुक्त करने की धमकी दी जाती थी. शिकायत में यह भी उल्लेख है कि महिला पर्यवेक्षिकाओं ने गिरिडीह के एक आरटीआइ कार्यकर्ता के नाम पर रुपये की मांग की और सेक्टर स्तर पर मीटिंग आयोजित कर वसूली की गयी. इसके अलावा मार्च 2025 से जून 2025 तक लगभग 59 सेविकाओं का मानदेय एफआरएस के नाम पर रोके जाने और हर माह पोषाहार वाउचर पारित करने के नाम पर 10 प्रतिशत राशि की मांग करने का भी आरोप लगाया गया है. इंदु भगत ने आरोप लगाया कि शिकायत करने वाली सेविकाओं को डराया-धमकाया जाता है, खासकर हरिजन, आदिवासी और पिछड़ी जाति की सेविकाओं को, जिससे वे विरोध नहीं कर पातीं. उन्होंने मांग की है कि दोनों महिला पर्यवेक्षिकाओं का स्थानांतरण किसी अन्य जिले में किया जाये.

जांच शुरू, निष्पक्षता का भरोसा

जिला समाज कल्याण पदाधिकारी (डीएसडब्ल्यूओ) नीता चौहान ने बताया कि जांच का पत्र प्राप्त हुआ है और वे प्रशिक्षु आइएएस के साथ स्थल निरीक्षण में शामिल थीं. प्रशिक्षु आइएएस हिमांशु लाल ने बताया कि जांच निष्पक्ष तरीके से की जा रही है. जिन-जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं, उन सभी से पूछताछ की जा रही है. जांच रिपोर्ट तथ्यों के आधार पर तैयार की जायेगी.

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