जिले में दूध क्रांति लाना हमारा लक्ष्य : डीसी

बाजार समिति परिसर में दुधारू पशु मेला एवं जिला स्तरीय गव्य प्रदर्शनी का आयोजन हुआ, जिसका शुभारंभ उपायुक्त मनीष कुमार और सांसद प्रतिनिधि श्याम यादव ने किया। मेले में पशुपालकों को नस्ल, सेहत, देखभाल व उत्पादन क्षमता समझ कर पशु चयन का अवसर मिला। विभिन्न विभागों के स्टॉल एक स्थान पर लगने से योजनाओं की समेकित जानकारी मिली। उपायुक्त ने क्लस्टर अप्रोच अपनाने, डेयरी, बकरी और पोल्ट्री समूह विकसित करने पर जोर दिया। 10 मेधा डेयरी बुल्क मिल्क चिलिंग सेंटर दूध आपूर्ति प्रणाली मजबूत करेंगे। सांसद श्याम यादव ने अनुदान योजनाओं का विस्तार बताया। पशुपालकों को टीकाकरण व वैज्ञानिक फीडिंग अपनाने की सलाह दी गई। मेले में पशुपालन, कृषि, मत्स्य विभाग के स्टॉल स्थापित किए गये एवं परिसंपत्तियों का वितरण भी हुआ।

By SANU KUMAR DUTTA | December 3, 2025 6:30 PM

दुधारू पशु मेला व गव्य प्रदर्शनी का हुआ आयोजन नगर प्रतिनिधि, पाकुड़ बाजार समिति परिसर में दुधारू पशु मेला एवं जिला स्तरीय गव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त मनीष कुमार एवं सांसद प्रतिनिधि श्याम यादव द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया. मेले में बड़ी संख्या में पशुपालक, किसान और क्षेत्रीय लाभुक उपस्थित रहे. उपायुक्त ने कहा कि इस वर्ष कार्यक्रम को प्रदर्शनी शैली में आयोजित किया गया है, ताकि लाभुक स्वयं अपनी पसंद के पशु का चयन कर सकें. उन्होंने बताया कि पशु की नस्ल, उसकी सेहत, देखभाल और उत्पादन क्षमता समझने के बाद चयन का अवसर देना इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस बार विभिन्न विभागों के स्टॉल एक ही परिसर में लगाए गए हैं, जिससे लाभुकों को योजनाओं की समेकित जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध हो रही है. यह मॉडल ग्रामीण आजीविका और जागरुकता बढ़ाने में बेहद प्रभावी साबित हो रहा है. उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन क्लस्टर अप्रोच को बढ़ावा दे रहा है. डेयरी, बकरी, पोल्ट्री और अन्य पशुधन आधारित समूहों को संगठित ढंग से विकसित किया जा रहा है. आमबागवानी, केला उत्पादन एवं अन्य आजीविका कार्यक्रमों को भी इसी मॉडल पर आगे बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिले में स्थापित होने वाले 10 मेधा डेयरी बुल्क मिल्क चिलिंग सेंटर से दूध संग्रहण, गुणवत्ता तथा आपूर्ति प्रणाली और मजबूत होगी. साथ ही, सदर अस्पताल परिसर में एक बीएमसी का निर्माण अंतिम चरण में है, जिससे गर्भवती महिलाओं और बच्चों को शुद्ध दूध उपलब्ध कराया जा सकेगा. उपायुक्त ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि पाकुड़ जिले में दूध क्रांति लायी जाए. ” उन्होंने पशुपालकों को नियमित टीकाकरण और वैज्ञानिक फीडिंग अपनाने की सलाह दी. साथ ही पशुपालकों से अनुरोध किया कि वे अपने पशुओं का नियमित टीकाकरण कराएं और वैज्ञानिक फीडिंग के तरीकों को अपनाएं. — योजनाओं ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को दिया नया आधार: श्याम यादव सांसद प्रतिनिधि श्याम यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गरीब, किसान एवं पशुपालकों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं सफलतापूर्वक धरातल पर उतरी हैं. उन्होंने बताया कि पशुधन वितरण योजना के तहत इस वर्ष अनुदान की श्रेणियों में विशेष विस्तार किया गया है. सामान्य वर्ग को 50% अनुदान, एसटी एवं एफटीसी लाभुक को 75% अनुदान, दिव्यांगजन और विधवा महिलाओं को 90% अनुदान दिया जा रहा है. उपायुक्त ने विभिन्न स्टॉलों का किया निरीक्षण मेले में डीसी ने जेएसएलपीएस, पशुपालन विभाग, गव्य विकास, मेधा डेयरी, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, सहकारिता विभाग एवं मत्स्य विभाग के स्टॉलों का निरीक्षण किया और लाभुकों से बातचीत की. इन स्टॉलों के माध्यम से लाभुकों को आधुनिक पशुपालन तकनीक, दुधारू पशुओं की नस्ल व देखभाल, फीडिंग एवं पोषण, टीकाकरण, डेयरी प्रबंधन, कृषि एवं उद्यान योजनाएं, मत्स्य प्रोत्साहन कार्यक्रम जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गईं. कार्यक्रम के दौरान परिसंपत्तियों का भी वितरण किया गया.

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