भक्तिमय माहौल में मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन, बांसलोई नदी तट पर उमड़ी भीड़

अमड़ापाड़ा प्रखंड के वैष्णवी दुर्गा मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन बांसलोई नदी में धूमधाम से किया गया। विसर्जन से पहले महिलाओं ने सिंदूर की रस्म अदा की, जिसे वे सालभर अपने सूहराग में लगाती हैं, मान्यता है कि इससे सुहाग अखंड रहता है। श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा से आशीर्वाद लेकर अगले वर्ष पुनः आगमन की प्रार्थना की। भक्तगण गाजे-बाजे के साथ नगर भ्रमण कर दुर्गामंदिर घाट पहुंचे, जहां विधि-विधान पूर्वक प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। यह परंपरा दशकों से चली आ रही है, जिसमें दुर्गा पूजा के बाद मां लक्ष्मी की पूजा और ग्रामीण मेले के समापन पर यह आयोजन होता है। विसर्जन में दुर्गा पूजा समिति के कई सदस्य उपस्थित थे।

By SANU KUMAR DUTTA | October 13, 2025 6:28 PM

नगर प्रतिनिधि, पाकुड़. अमड़ापाड़ा प्रखंड के मुख्य बाजार स्थित वैष्णवी दुर्गा मंदिर में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन सोमवार को धूमधाम से बांसलोई नदी में किया गया. विसर्जन से पहले महिलाओं ने सिंदूर की रस्म अदा की. इस दौरान महिलाओं ने मां भगवती की मांग में सिंदूर लगाकर उसे प्रसाद रूप में रखा, जिसे वे सालभर अपने सिंदूर में मिलाकर लगाती हैं. मान्यता है कि इससे सुहाग अखंड रहता है. श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा से आशीर्वाद लेकर अगले वर्ष पुन: आगमन की प्रार्थना की. इसके बाद भक्त गाजे-बाजे और डीजे की धुन पर थिरकते हुए नगर भ्रमण करते हुए बांसलोई नदी के दुर्गामंदिर घाट पहुंचे, जहां विधि-विधानपूर्वक प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया. यह वर्षों पुरानी परंपरा है, जिसके तहत दुर्गा पूजा संपन्न होने के कुछ दिन बाद मां लक्खी की पूजा और ग्रामीण मेले के समापन के साथ प्रतिमाओं का विसर्जन होता है.विसर्जन कार्यक्रम में दुर्गा पूजा समिति के सदस्य दशरथ भगत, सरोज मंडल, दीपंकर भगत, राज आनंद, निखिल कुमार, नीतीश भगत, नितेश कुमार, कन्हाई भगत, संजय रजक, अर्जुन भगत सहित अन्य मौजूद थे

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