..असलम अंसारी के घर का चिराग बुझ गया

थाना क्षेत्र के चितरी अम्बाटोली स्थित अम्बा बारी के समीप मनरेगा योजना से लाभुक असलम अंसारी का कुआं खुदाई के दौरान कुआं धंसने से चार लोगों की मौत हो गयी.

By Prabhat Khabar Print | May 23, 2024 6:40 PM

कुआं में काम करने के दौरान मिट्टी धंसने से चार मजदूरों की हुई मौत फोटो इसी कुआं में हुआ हादसा फोटो बचाव कार्य को लेकर मंत्रना करते डीसी एसडीओ फोटो बचाव कार्य में लगा जेसीबी मशीन फोटो कुआं से मजदूर का शव निकलते लोग फोटो घटनास्थल से शव को पोस्टमार्टम के लिए एंबुलेंस के पास ले जाते लोग सेन्हा. थाना क्षेत्र के चितरी अम्बाटोली स्थित अम्बा बारी के समीप मनरेगा योजना से लाभुक असलम अंसारी का कुआं खुदाई के दौरान कुआं धंसने से चार लोगों की मौत हो गयी. इसमें असलम अंसारी का 35 वर्षीय पुत्र अबू रेहान अंसारी, 21 वर्षीय पुत्री शबनम खातून, कैरो थाना क्षेत्र के गराडीह निवासी 35 वर्षीय रमजान अंसारी उर्फ बबलू अंसारी व बदला निवासी भगत की मौत हो गयी. असलम के घर के दो चिराग बुझ गये. इस दुघर्टना के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है. असलम अंसारी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि परिवार की खुशहाली के लिए जिस कुएं का निर्माण कर रहे हैं, वही कुआं उसके घर के चिराग को बुझा देगा. चार लोगों की मौत के बाद पूरा इलाका सदमे मे है. परिजनों की चीत्कार से पूरा इलाका दहल जा रहा है. लोग बडी हिम्मत करके पीड़ित परिवार को ढ़ाढ़स बंधाने जा तो रहे हैं, लेकिन वहां पहुंच कर सभी खामोश हो जा रहे हैं. चारों शवों को देख कर लोगों का कलेजा फट रहा है. मौके पर डीसी डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने कहा कि पहले घटना की जांच की जायेगी. इतना बड़ा हादसा कैसे हो गया. गलती कहा हुई. वहां मौजूद लोग भी परेशान थे. सभी अपने अपने स्तर से मदद करने का प्रयास कर रहे थे. महिलाएं सलामती की दुआएं मांग रही थी, लेकिन जब पहला शव निकला, तो सभी ने उम्मीदें छोड़ दी. परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे. काम करने के लिए मना किया था : कनीय अभियंता घटना की सूचना मिलते ही उपायुक्त वाघमारे प्रसाद कृष्ण, एसओ अमित कुमार,सीओ राकेश कुमार तिवारी,बीडीओ संग्राम मुर्मू , पूर्व विधायक सुखदेव भगत घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू हो गया. लेकिन मजदूरों को बचाया नहीं जा सका. चारों मजदूरों की मौत कुआं के अंदर ही हो गयी. इस संबंध में कार्य की देखरेख कर रहे कनीय अभियंता संजीत कुमार ने बताया कि 15 दिन पूर्व जांच के दौरान लगभग 10 फीट कुआं धंस गया था. लाभुक को कार्य करने के लिये मना भी किया गया था. परन्तु लाभुक असलम अंसारी ने कहा कि काम करने में परेशानी नहीं होगी और कुआं पटाई का कार्य जारी रखा. कुआं पटाई करने के दौरान काम कर रहे मजदूरों का कुआं के अंदर मिट्टी से दबने से मौत हो गयी. जेसीबी से मजदूरों को निकालने का प्रयास किया गया निर्माणाधीन कुआं के धंसने से चार लोगों के दबने की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था. प्रखंड क्षेत्र में चलने वाली सभी 6 जेसीबी से कुआं में दबे मजदूरों को निकालने का प्रयास किया गया. भाई-बहन कुएं में दबे इस दुर्घटना में असमल अंसारी का बेटा अबू रेहान अंसारी, बेटी शबनम खातून, रमजान अंसारी उर्फ बबूल अंसारी, जोगेंद्र भगत मिट्टी में दबे गए. दो एंबुलेंस को रखा गया था सिंचाई कूप निर्माण के दौरान सिंचाई कूप की मिट्टी धंसने से मिट्टी के नीचे चार मजदूर दबने की सूचना मिलते ही प्रखंड प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गयी. बचाव और राहत कार्य शुरु कर दिया गया है. घटना स्थल पर दो एंबुलेंस को रखा गया . मौके पर एसडीओ अमित कुमार, सेन्हा सीओ राकेश कुमार तिवारी, सेन्हा थाना के पुलिस अवर निरीक्षक मनोज कुमार मौजूद थे. पोकलेन से शव को निकाला गया छह जेसीबी से भी मजदूरों को निकालने में सफलता नहीं मिलने के बाद पोकलेन मंगाया गया और चारों शवों को निकलने में सफल रहा. पहला शव निकलते ही आसपास खड़े लोग बाकी मजदूरों के साथ अनहोनी के आशंका को लेकर धीमी आवाज में बात करने लगे. पोकलेन धीरे-धीरे गहराई में पहुंचा और चारों शवों को एक-एक कर निकाला. इसके बाद घटनास्थल पर कोहराम की स्थिति बन गई. चार शवों के मिट्टी से निकलते ही मच गयी चीख पुकार मिट्टी धंसने के बाद चार लोगों के अंदर दबने की सूचना मिलते ही काफी संख्या में लोग चितरी अंबा टोली पहुंचे. लोगों ने बचाव कार्य में मदद भी किया. लोग ईश्वर से प्रार्थना कर रहे थे कि सभी लोग सकुशल बाहर निकल जायें, लेकिन लंबे इंतजार के बाद भी जब लोगों को नहीं निकाले गये, तो लोगों की उम्मीद भी दम तोड़ने लगी और लगभग तीन बजे चारों लोगों का मृत शरीर बाहर निकाला गया. जैसे ही शव को निकाला गया, परिजनों के चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया. शवों को तत्काल एंबुलेंस से पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लोहरदगा लाया. इस घटना के बाद क्षेत्र में गम का माहौल है. जिले में मनरेगा योजना की पहली घटना जिसमें चार मजदूरों की मौत एक साथ हुई है सेन्हा प्रखंड क्षेत्र के अंबा टोली में घटित घटना मनरेगा योजना की पहली घटना है. जिले में इतनी बड़ी घटना मनरेगा योजना में नहीं हुई थी. जिसमें चार मजदूर एक साथ दबे हो और उनकी मौत मिट्टी में दबने से हुई हो. घटना की जानकारी मिलने के बाद हर कोई की जुबान से यही निकल रहा है कि जब कुआं में मिट्टी धंसने की इस तरह की शिकायत थी, तो फिर पटाई का काम चालू ही क्यों किया गया.

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