लोहरदगा में आज तक नहीं बना स्थायी बस स्टैंड, यात्रियों को हो रही परेशानी

लोहरदगा से कई अंतर्राज्यीय बसों का परिचालन होता है. यहां से लंबी दूरी की कई बसें यात्रियों की सुविधा के लिए छोड़ी जाती है, लेकिन लोहरदगा जिले में एक भी सुव्यवस्थित बस पड़ाव नहीं है.

By Prabhat Khabar | August 5, 2022 1:30 PM

लोहरदगा: लोहरदगा से कई अंतर्राज्यीय बसों का परिचालन होता है. यहां से लंबी दूरी की कई बसें यात्रियों की सुविधा के लिए छोड़ी जाती है, लेकिन लोहरदगा जिले में एक भी सुव्यवस्थित बस पड़ाव नहीं है. इससे लंबी दूरी सफर तय कर लोहरदगा पहुंचे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. बस पड़ाव में न तो शौचालय की व्यवस्था है और न ही पीने की पानी का. यात्री शेड की भी सुविधा नहीं है, जिसके कारण बसों का इंतजार में खड़े यात्रियों को बारिश के दिनों में बारिश व गर्मी के दिनों में लहलहाती धूप में खड़े होकर बस का इंतजार करना पड़ता है.

लोहरदगा का बस पड़ाव जो काम चलाऊ था, उसे तोड़ कर बेहतर बनाने का प्रयास किया गया. कुछ काम हुआ भी जिसके बाद नगर परिषद द्वारा बनाये जा रहे बस पड़ाव को रेलवे की भूमि बता कर निर्माण कार्य रोक दिया गया. अब बस स्टैंड में बेतरतीब तरीके से बसें रुकती है. निर्माण कार्य के लिए गिरायी गयी गिट्टी व बालू जहां-तहां पसरा है. इससे यात्रियों को परेशानी होती ही है, वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

निर्माणाधीन बस स्टैंड परिसर में स्थानीय लोगों द्वारा जो पहले नगर परिषद द्वारा आवंटित था, किसी तरह दुकान लगा कर व्यवसाय किया जा रहा है. सुव्यवस्थित बस पड़ाव नहीं होने से अन्य राज्यों से पहुंचे यात्रियों को परेशानी होती ही है उनके दिमाग में लोहरदगा जिले की छवि खराब होती है. स्थानीय लोगों को भी बस पड़ाव नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ता है.

लोहरदगा बस स्टैंड से दर्जनों बसें रांची, गुमला, सिमडेगा के लिए खुलती हैं. बस स्टैंड के अभाव में बसों को सड़क के किनारे खड़ा करना पड़ता है. इससे यात्रियों को अपने साथ ले जाने वाले सामान को रखने में परेशानी होती है. यदि यात्री को आधे घंटा बस का इंतजार करना पड़ जाये, तो काफी मुश्किल भरा काम यात्रियों के लिए होता है.

मुख्य पथ से सटे बस स्टैंड में बस खड़ा करने की जगह नहीं होने के कारण सड़क जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है. चूंकि मेन रोड पर ही बसों के अलावा बॉक्साइट लदे ट्रकों, ऑटो समेत अन्य वाहनों का परिचालन होता है. बस स्टैंड परिसर में पूर्व से आवंटित दुकानों को तोड़ कर नये सिरे से बनाने के नाम पर खाली करायी गयी गयी दुकानों के दुकानदार बेरोजगार हो गये हैं. उनके समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. जब तक रेलवे विभाग व नगर परिषद द्वारा जमीन क्लियर नहीं हो जाती, तब तक निर्माण कार्य रोक दिया गया है.

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