अंजुमन इस्लामिया की निगरानी में पांच को निकलेगा जुलूस-ए-मोहम्मदी : अब्दुल रउफ अंसारी
अंजुमन इस्लामिया की निगरानी में पांच को निकलेगा जुलूस-ए-मोहम्मदी : अब्दुल रउफ अंसारी
लोहरदगा़ पांच सितंबर शुक्रवार को अंजुमन इस्लामिया लोहरदगा की निगरानी में जश्ने ईद मिलादुन्नबी मनाया जायेगा तथा शरीयत के दायरे में रहकर जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला जायेगा. इस संबंध में अंजुमन इस्लामिया के सदर अब्दुल रऊफ अंसारी एवं सचिव शाहिद अहमद बेलू ने संयुक्त बयान जारी किया है. उन्होंने बताया कि पांच सितंबर की सुबह 9 बजे शहर के विभिन्न मोहल्लों और ग्रामीण इलाकों से जुलूस जामा मस्जिद पहुंचेगा. यहां से निकलकर जुलूस बड़ा तालाब, बगड़ू मोड़, टीपू सुल्तान चौक, इमली चौक, कादिर लेन, सोमवार बाजार, सुभाष चौक, पावरगंज, साइडिंग, बाबा मठ, नयी सड़क, अलका सिनेमा, महात्मा गांधी रोड, अपर बाजार, संकट मोचन मंदिर चौक और तेतरतर चौक होते हुए पुनः जामा मस्जिद पहुंचेगा. दुआ और दरूदो सलाम के साथ कार्यक्रम संपन्न होगा. आयोजकों ने अपील की है कि सजावट के लिए झंडा-बैनर अपने घरों और मोहल्लों पर ही लगायें, किसी अन्य समुदाय या व्यक्ति के घर पर न लगायें. साथ ही झंडा-बैनर सड़क पर झूलते हुए न हों. जुलूस के दौरान गाड़ियों में केवल नाते रसूल का कैसट बजाया जायेगा. जुलूस में सबसे आगे स्थानीय मस्जिदों के आइमा कराम, उसके बाद इस्लामी मदरसों के नाजिम, फिर अंजुमन के पदाधिकारी, सचिव, पूर्व पदाधिकारी व मजलिस-ए-अम्मा के नाजिम शामिल रहेंगे. उसके बाद अन्य लोग शामिल होंगे. सदर और सचिव ने बताया कि जमा मस्जिद में नमाज-ए-मगरीब के बाद तकरीर का कार्यक्रम होगा जिसमें जिले के उलमा-ए-कराम ईमान अफरोज तकरीर पेश करेंगे. 12 रबी उल अव्वल के मौके पर पांच सितंबर शुक्रवार को अंजुमन इस्लामिया लोहरदगा की निगरानी में जश्ने ईद मिलादुन्नबी मनाया जायेगा तथा शरीयत के दायरे में रहकर जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला जायेगा. इस संबंध में अंजुमन इस्लामिया के सदर अब्दुल रऊफ अंसारी एवं सचिव शाहिद अहमद बेलू ने संयुक्त बयान जारी किया है. उन्होंने बताया कि पांच सितंबर की सुबह 9 बजे शहर के विभिन्न मोहल्लों और ग्रामीण इलाकों से जुलूस जामा मस्जिद पहुंचेगा. यहां से निकलकर जुलूस बड़ा तालाब, बगड़ू मोड़, टीपू सुल्तान चौक, इमली चौक, कादिर लेन, सोमवार बाजार, सुभाष चौक, पावरगंज, साइडिंग, बाबा मठ, नयी सड़क, अलका सिनेमा, महात्मा गांधी रोड, अपर बाजार, संकट मोचन मंदिर चौक और तेतरतर चौक होते हुए पुनः जामा मस्जिद पहुंचेगा. दुआ और दरूदो सलाम के साथ कार्यक्रम संपन्न होगा. आयोजकों ने अपील की है कि सजावट के लिए झंडा-बैनर अपने घरों और मोहल्लों पर ही लगायें, किसी अन्य समुदाय या व्यक्ति के घर पर न लगायें. साथ ही झंडा-बैनर सड़क पर झूलते हुए न हों. जुलूस के दौरान गाड़ियों में केवल नाते रसूल का कैसट बजाया जायेगा. जुलूस में सबसे आगे स्थानीय मस्जिदों के आइमा कराम, उसके बाद इस्लामी मदरसों के नाजिम, फिर अंजुमन के पदाधिकारी, सचिव, पूर्व पदाधिकारी व मजलिस-ए-अम्मा के नाजिम शामिल रहेंगे. उसके बाद अन्य लोग शामिल होंगे. सदर और सचिव ने बताया कि जमा मस्जिद में नमाज-ए-मगरीब के बाद तकरीर का कार्यक्रम होगा जिसमें जिले के उलमा-ए-कराम ईमान अफरोज तकरीर पेश करेंगे.
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