अकाशी टांगराटोली में ढाई माह से अंधेरा, जले ट्रांसफार्मर ने बढ़ाई परेशानी

अकाशी टांगराटोली में ढाई माह से अंधेरा, जले ट्रांसफार्मर ने बढ़ाई परेशानी

By SHAILESH AMBASHTHA | December 30, 2025 9:21 PM

भंडरा. राज्य सरकार हर गांव के विद्युतीकरण और निर्बाध बिजली आपूर्ति का दावा कर रही है, लेकिन भंडरा प्रखंड के अकाशी टांगराटोली गांव की स्थिति विभागीय दावों की पोल खोल रही है. यहां अक्तूबर माह से ही ट्रांसफार्मर जला हुआ है, जिससे पूरा गांव विगत ढाई माह से अंधेरे में डूबा है. आधुनिक युग में भी ग्रामीण ढिबरी और मोमबत्ती की रोशनी के सहारे रात काटने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने बताया कि ट्रांसफार्मर जलने की सूचना विभागीय अधिकारियों को लिखित रूप में कई बार दी जा चुकी है, लेकिन अब तक इसे नहीं बदला गया. बिजली नहीं होने से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई और घरेलू कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण सरकार की विकास योजनाएं धरातल पर दम तोड़ रही हैं. ग्रामीणों ने अविलंब नया ट्रांसफार्मर लगाने की मांग की है, ताकि गांव की बिजली व्यवस्था बहाल हो सके. योजनाओं में लापरवाही पर आशा लकड़ा ने जतायी नाराजगी, सुधार के दिये निर्देश

सेन्हा. राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य डॉ आशा लकड़ा ने मंगलवार को सेन्हा प्रखंड का दौरा कर ‘जनजातीय जनसंवाद’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और विकास योजनाओं की समीक्षा की. डॉ लकड़ा ने अधिकारियों के साथ बैठक कर स्पष्ट किया कि आयोग को किसी भी विभाग या पंचायत के कार्यों की समीक्षा करने का संवैधानिक अधिकार है. जनसंवाद में ग्रामीणों ने पेयजल, जर्जर सड़क, बिजली, पेंशन और आवास जैसी समस्याओं की शिकायत की, जिस पर आयोग ने त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि आयोग जनजातीय समाज की सुरक्षा, संरक्षण और सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है. मौके पर प्रखंड के अधिकारी व काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है