निलंबित चिकित्सक को वापस लाने की मांग

लोहरदगा. सदर अस्पताल के प्रांगण में सिविल सर्जन की अध्यक्षता में सभी चिकित्सक, नर्स, कर्मचारियों की बैठक हुई. जिसमें 18 अगस्त को असामाजिक तत्व के द्वारा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ पी सी हेम्ब्रम के साथ दुर्व्यहार पर आक्र ोश व्यक्त किया गया. साथ ही बिना जांच के डॉ प्रणव को किये गये निलंबन पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 20, 2014 5:59 PM

लोहरदगा. सदर अस्पताल के प्रांगण में सिविल सर्जन की अध्यक्षता में सभी चिकित्सक, नर्स, कर्मचारियों की बैठक हुई. जिसमें 18 अगस्त को असामाजिक तत्व के द्वारा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ पी सी हेम्ब्रम के साथ दुर्व्यहार पर आक्र ोश व्यक्त किया गया. साथ ही बिना जांच के डॉ प्रणव को किये गये निलंबन पर भी चर्चा की गयी. सरकार से मांग की गयी कि गलत ढंग से किये गये निलंबन को वापस लिया जाये. जिस रोगी के कारण डॉ प्रणव को निलंबित किया गया उसे पूर्व में किसी प्राइवेट क्लिनिक में जांच करवाया गया था. जब रोगी को गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल लाया गया, जिसकी जांच डॉ प्रणव ने की, लेकिन रोगी जिंदा नहीं बच सका. इस घटना में राजनीति की रोटी सेंकने की कार्रवाई हुई. कुछ लोग हल्ला-गुल्ला किये तो दूसरे पार्टी के लोग चिकित्सक को सस्पेंड कराने में लग गये. बैठक में सदर अस्पताल में सुरक्षा के लिए पुलिस की मांग की गयी तथा डॉ प्रणव को शीघ्र निलंबनमुक्त करने की मांग की गयी. मौके पर डॉ एमएम सेनगुप्ता, डॉ पीसी हेम्ब्रम, डॉ अखिलेश प्रसाद, डॉ शैलेश, डॉ केके सिंह, डॉ सुनिल मिंज, डॉ अमितेश प्रसाद, डॉ किरण मरांडी, डॉ दिप्ती कुजूर, डॉ पोलिना मुंडू, डॉ गमला हाजरा, बरदानी बेक, चोन्हाती मिंज, सुधा कुजूर, विक्टोरिया बेक, सुनिता बाड़ा, डॉ सुदामा, अर्चना प्रसाद, शकुंतला बाड़ा, प्रदीप कुमार राम, केश्वर साहू, बलराम साहू, लक्ष्मी देवी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.

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