अवैध नर्सिंग होम में करें छापामारी

कोरोना जैसे संक्रमण से बचाव के लिए जागरूकता एडवाइजरी जारी करने का निर्देश लोहरदगा : उपायुक्त आकांक्षा रंजन की अध्यक्षता में स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक हुई. इसमें स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने अप्रैल 2019 से जनवरी 2020 तक जिले में किये गये प्रथम प्रसव पूर्व जांच एवं उसमें […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 19, 2020 12:59 AM

कोरोना जैसे संक्रमण से बचाव के लिए जागरूकता एडवाइजरी जारी करने का निर्देश

लोहरदगा : उपायुक्त आकांक्षा रंजन की अध्यक्षता में स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक हुई. इसमें स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने अप्रैल 2019 से जनवरी 2020 तक जिले में किये गये प्रथम प्रसव पूर्व जांच एवं उसमें छूटे हुए लक्ष्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया. इसके अलावा प्रथम तिमाही में प्रसव पूर्व जांच के बिंदु पर उपायुक्त ने सभी एएनएम की पहुंच बढ़ाने, लगातार खराब प्रदर्शन कर रहे एएनएम को चिह्नित करने व उन पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
उपायुक्त ने कहा कि सभी चारों एएनसी जांच का कार्य पूरा किया जाना चाहिए. सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में ग्रामीण स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस मनाया जाये. गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के फायदे बताते हुए संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करें. सभी स्वास्थ्य केंद्र को क्रियाशील बनायें. अवैध नर्सिंग होम में छापामारी अभियान चलाने का निर्देश उपायुक्त द्वारा दिया गया.
कोरोना जैसे संक्रमण से बचाव के लिए साफ-सफाई से संबंधित एवं जन जागरूकता एडवाइजरी जारी करने का निर्देश दिया़ उपायुक्त ने कहा कि उप स्वास्थ्य केंद्र को इस तरह विकसित करें एवं सुरक्षा उपलब्ध करायें कि रात में भी उप स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम रहें, मरीजों को चिकित्सा सुविधा दे सके. 24 घंटे वहां एएनएम की मौजूदगी हो ताकि मरीज रात में भी वहां जाकर दिखा सकें. उपायुक्त ने सभी स्वास्थ्य उप केंद्रों में 24 घंटे चिकित्सा सुविधा देने का निर्देश दिया. जो बच्चे कुपोषित हैं उसके लिए विशेष कैंप चलायें.
उपायुक्त ने भंडरा, किस्को व कुड़ू प्रखंड के कुपोषण उपचार केंद्र की समीक्षा में कहा कि बच्चों को उचित पोषण दें. उन्होंने सरकारी व निजी अस्पतालों में टीबी के मरीजों की पहचान व उनके इलाज की समीक्षा करते हुए कहा कि भट्ठों में काम करनेवाले मजदूरों में टीबी की पहचान के लिए विशेष कैंप लगायें. प्रत्येक सप्ताह वहां एमपीडब्ल्यू व सेविका को भेजें. कुष्ठ रोगियों की पहचान के लिए उपायुक्त ने गांवों में कैंप लगाने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को कुष्ठ की पहचान करने, इलाज करने तथा कुष्ठ के फैलने के तरीकों से बचाव की जानकारी दे़ं समाज कल्याण विभाग की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों का सतत निरीक्षण सीडीपीओ करें, बैठक में सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मनीषा तिर्की, डीपीएम, सीडीपीओ, एलएस समेत अन्य मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version