कोल डस्ट से त्रस्त ग्रामीणों ने हाइवा परिचालन कराया ठप
मंगलवार की सुबह हेरहंज थाना क्षेत्र के हुंबू गांव के समीप बालूमाथ-हेरहंज-पांकी मुख्य पथ पर ग्रामीणों ने कोयला परिवहन करने वाले हाइवा वाहनों का परिचालन रोक दिया
साढ़े चार घंटे बाद पानी छिड़काव के साथ शुरू हुआ परिवहन फोटो : 16 चांद 2 : ग्रामीणों से वार्ता करते कंपनी के लोग. 16 चांद 3 : जाम के बाद खड़ी हाइवा. प्रतिनिधि हेरहंज. मंगलवार की सुबह हेरहंज थाना क्षेत्र के हुंबू गांव के समीप बालूमाथ-हेरहंज-पांकी मुख्य पथ पर ग्रामीणों ने कोयला परिवहन करने वाले हाइवा वाहनों का परिचालन रोक दिया. यह कदम उन्होंने कोल डस्ट और तेज रफ्तार से उत्पन्न समस्याओं के विरोध में उठाया. ग्रामीणों का कहना था कि हाइवा वाहनों के लगातार आवागमन से सड़क किनारे रहना मुश्किल हो गया है. कोयले की धूल से वातावरण दूषित हो रहा है और तेज गति से चलने वाले वाहनों के कारण दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है. कई बार लोग इनकी चपेट में भी आ चुके हैं. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कोयला ढोने वाली कंपनी उनकी परेशानियों को नजरअंदाज कर रही है. कंपनी को केवल मुनाफे की चिंता है, जबकि स्थानीय लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा. इस कारण हुंबू, चिरू और बरहमोरिया गांव के लोग एकजुट होकर सड़क पर उतर आये. उन्होंने मांग की कि मुख्य पथ पर नियमित पानी का छिड़काव किया जाये, ताकि कोल डस्ट कम हो सके. साथ ही हाइवा वाहनों की गति सीमा तय कर उसे सख्ती से लागू किया जाये. वाहनों और चालकों के कागजात की नियमित जांच भी उनकी प्रमुख मांगों में शामिल थी. कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर जाम हटाया सुबह लगभग साढ़े सात बजे शुरू हुआ यह विरोध आंदोलन चार घंटे से अधिक समय तक चला. लातेहार की ओर से आने वाले कोयला लोड हाइवा वाहनों को ग्रामीणों ने रोक दिया. उन्होंने साफ कहा कि जब तक डीवीसी कंपनी का जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचेगा, तब तक परिवहन ठप रहेगा. सूचना मिलने पर थाना प्रभारी कृष्णपाल सिंह पवैया के निर्देश पर एसआई अशोक सिंह दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों से वार्ता की, लेकिन ग्रामीण अपने रुख पर अड़े रहे. बाद में डीवीसी कंपनी के कर्मी धनंजय सिंह पहुंचे और पुलिस व ग्रामीणों के बीच बातचीत हुई. कई मुद्दों पर चर्चा के बाद एसआई अशोक सिंह ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर कार्रवाई होगी. इसके बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया. जाम हटते ही तत्काल मुख्य पथ पर पानी का छिड़काव शुरू कराया गया. इस दौरान करीब साढ़े चार घंटे तक हाइवा परिचालन पूरी तरह ठप रहा. मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.
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